सिर्फ बीजेपी ही नहीं, कांग्रेस भी सपा के लिए सिरदर्द बन रही है. कांग्रेस ने इन विवादों से दूरी बनाए रखी और हिंदू वोटरों को लुभाने की कोशिश की. सपा को डर है कि कहीं कांग्रेस यूपी में उसकी सियासी जमीन न छीन ले. शायद इसलिए अखिलेश अब अयोध्या की राह पकड़ने की तैयारी में हैं.
एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने इस बिल पर सस्पेंस बढ़ा दिया है. केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए ढेर सारा काम किया है. हमें विपक्ष के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. संसद में हमारा रुख साफ होगा."
आगरा पुलिस ने इस हमले पर एफआईआर दर्ज की है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी भीड़ को काबू करने का प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं, जबकि हमलावरों ने शहर के पॉश इलाके में उत्पात मचाया. इस घटना के एक दिन बाद सपा ने प्रदेश में ईद के बाद बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
राणा सांगा विवाद पर सपा बैकफुट पर आ गई है. करणी सेना के सड़क पर उतरने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने बयान पर यू-टर्न लेते हुए सफाई दी है.
अखिलेश यादव ने कहा कि हम समाजवादी लोग हैं, हमें नेताजी ने जो रास्ता दिखाया, उस रास्ते पे चल रहे हैं. जनेश्वर मिश्र हम लोगों को जो सिखा के गए हैं, उसी के अनुसार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत की दुर्गंध हैं. मैं कन्नौज के सुगंध वाले लोगों से कहूंगा कि ये दुर्गंध को हटाएं. अभी तो थोड़ी हटाई है अगली बार पूरी तरह स हटा दो.
डिंपल यादव ने महिलाओं की क्षमता की सराहना करते हुए कहा, "भगवान ने महिलाओं को जो ताकत दी है, वह अद्भुत है. महिलाएं न केवल परिवार संभालती हैं, बल्कि जब प्रोफेशनल जीवन में कदम रखती हैं तो परिवार के साथ अपने सपनों को भी पूरा करती हैं."
सबसे पहले समाजवादी पार्टी के नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक विवादित बयान दिया. पांडेय ने कहा, "कंस भी एक राजा था, जो कृष्ण के जन्म से डरता था, और उसे ये डर था कि कृष्ण के आने के बाद उसकी सत्ता समाप्त हो जाएगी. ठीक वैसे ही कुछ लोग अखिलेश यादव से डरते हैं."
अखिलेश यादव ने कहा, "11 डुबकी सबसे शुभ मानी जाती हैं और इससे पुण्य प्राप्त होता है. आज मुझे यह अवसर मिला और मैं इसे लेकर बहुत खुश हूं."
पुलिस अधिकारियों ने ओपी राजभर को मनाने की कोशिश की, लेकिन मंत्री जी का हौसला देखकर उन्हें भी समझ में आ गया कि यह कोई सामान्य मुद्दा नहीं है! पुलिस और मंत्रियों की तमाम कोशिशों के बावजूद, ओपी राजभर अपनी बात पर अडिग रहे.
अखिलेश यादव ने दावा किया योगी आदित्यनाथ के लखनऊ वाले घर के नीचे शिवलिंग है. इसलिए वहां भी खुदाई की जानी चाहिए.