बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "आज शाम को बांग्लादेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह उत्तर बंगाल से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर विभिन्न स्थानों पर एकत्र हुआ. वे भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे.
Bangladesh Violence: सीएम योगी ने कहा, "आप दुनिया की तस्वीर वर्तमान में देख रहे हैं, कुछ तो हमें देखना पड़ेगा. आज भारत के तमाम पड़ोसी जल रहे हैं.मंदिर तोड़े जा रहे हैं. चुन-चुनकर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है."
Bangladesh Violence: पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के नेताओं को अब उग्रवादियों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि आवामी लीग के 20 बड़े नेताओं के सव बरामद हुए हैं.
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में उग्र प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और ढाका से भारत आ गईं थीं. शेख हसीना अभी भी भारत में ही हैं.
Bangladesh Violence: हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, "यही वक़्त है भारत को बांग्लादेश पर अपना आधिपत्य स्थापित करना चाहिए. वरना ये पाकिस्तान से भी ज्यादा दर्द देगा".
ICC Women's T20 World Cup 2024: आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने कहा कि आईसीसी के पास सभी सदस्य देशों के लिए एक स्वतंत्र सुरक्षा निगरानी प्रणाली है और वर्ल्ड कप शुरू होने में अभी सात सप्ताह बाकी हैं, तो यह कहने जल्दी होगी कि स्थानांतरित किया जाएगा या नहीं.
Bangladesh Violence: लगातार हो रहे हमले की वजह से बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं में अब डर का माहौल है. दिनाजपुर कस्बे और रेलबाजारहाट में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के साथ ही उपद्रवियों ने 10 हिंदू परिवारों को अपना शिकार बना लिया.
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में पिछले काफी समय से आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर छात्र धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. धीरे-धीरे प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारी 5 अगस्त को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़े और उन्होंने पीएम आवास में जमकर लूटपाट की.
ऐसा नहीं है कि शेख हसीना पहली बार हिंसा का सामना कर रही हों. उनका राजनीतिक जीवन, उनके देश की तरह हिंसा से ही शुरू हुआ. 15 अगस्त 1975 को तख्तापलट के दौरान सेना के अधिकारियों ने ही उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या कर दी थी.
पिता की हत्या से ठीक 15 दिन पहले ही अपनी बहन के साथ हसीना जर्मनी चली गई थीं. हसीना के पति न्यूक्लियर साइंटिस्ट थे और जर्मनी में ही रहते थे.