CG News: बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण का एक अलग ही रूप देखने को मिला है. जिसमें वह खेत में उतरकर फसल काटते दिख रहे हैं। जिले में गिरदावली को लेकर पटवारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है इसके बाद 71 पटवारी को नोटिस जारी किया गया है.
Chhattisgarh: हम जानते है कि महिलाओं के लिए गहना कितना पसंद होता है. गरीब, अमीर सबकी इसके प्रति समान रूप से लगाव होता है. अमीर महिलाएं जहां संसाधनों से लैस होती हैं. वे जब चाहें, आसानी से कोई भी मनपसंद चीज खरीद लेती हैं, लेकिन गरीब महिलाओं का नसीब ऐसा नहीं होता है.
CG News: बिलासपुर में ट्रेन मेंटनेंस डिपो के निर्माण और नई लाइन के लिए हरे भरे पेड़ों को काटने पर हाईकोर्ट ने रेलवे को फटकार लगाई है. चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की बेंच ने पेड़ कटाई पर नाराजगी जताते हुए रेलवे अफसरों से कहा कि आप लोगों को पर्यावरण सुरक्षा की.
CG News: देशभर समेत छत्तीसगढ़ में भी छठ महापर्व धूमधाम से मनाया गया. छठ पर्व के चौथे और समापन के दिन व्रतियां सूर्योदय होने से पहले ही घाट और तालाबों में एकत्र हुई. सभी ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली और समृद्धि की कामना की.
CG News: बिलासपुर में पति-पत्नी के झगड़े ने रेलवे को 3 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा. इस नुकसान के कारण रेलवे ने स्टेशन मास्टर पति को निलंबित कर दिया. मामला जब कोर्ट में पहुंचा तो पता चला पत्नी लगातार अपने पति को प्रताड़ित कर रही है.
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मोपका सेंदरी बायपास रोड पर चलकर लोग कमर दर्द के मरीज बन रहे हैं. यह सड़क सीपत और राजकिशोर नगर को बिलासपुर रतनपुर मुख्य मार्ग पर जोड़ती है और यहां से लगभग हर दिन 2000 से ज्यादा गाड़ियां गुजरती है.
CG News: छत्तीसगढ़ के दूसरे सबसे बड़े शहर बिलासपुर में नगर निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर निगम ने उसे जगह पर कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया है. जहां सरकार ने 10 करोड़ रुपए खर्च कर ऑक्सीजोन तैयार किया है.
CG News: देशभर समेत छत्तीसगढ़ में आज से नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है. दुर्ग, सरगुजा, रायगढ़ और जगदलपुर समेत तमाम जिलों में छठ घाट बनाए गए हैं. वहीं आपको बता दें कि बिलासपुर में एशिया का सबसे बड़ा स्थायी छठ घाट है, जो 7 एकड़ में फैला हुआ है.
CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर को खोदापुर के बाद कचरापुर का कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि दीपावली के बाद मोहल्ले में जगह-जगह कचरा पड़ा दिख रहा है. शहर के आउटर में बनी कॉलोनी में नियमित तौर पर कचरा गाड़ियां नहीं चल रही है जिसके कारण हफ्ते महीना का कचरा जमा हो गया है.
खदानों में काम कर रहे कर्मचारियों के संघ के अलावा दूसरे लोग भी यहां की गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं. यही कारण है कि आए दिन सड़क जाम और मुख्यालय के सामने कर्मचारी और उनके परिजनों का प्रदर्शन जारी है.