अगर हम इतिहास की बात करें, तो 20 साल पहले जेडीयू के पास बीजेपी से दोगुना अधिक मंत्री हुआ करते थे, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है. 2020 में जेडीयू के पास 19 मंत्री थे और बीजेपी के पास सिर्फ 7 मंत्री. धीरे-धीरे जेडीयू के मंत्री घटते गए, और बीजेपी के मंत्री बढ़ते गए. आज जेडीयू के मंत्री सिर्फ 13 हैं, जबकि बीजेपी के 21 मंत्री हैं.
CG News: छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के घर पर रेकी का मामला सामने आया है. पीसीसी चीफ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दंतेवाड़ा पुलिस पर जासूसी का आरोप लगाया है. जिसके बाद प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. जैसे ही वे मंच की ओर बढ़े, उसी दौरान पार्टी के दो पदाधिकारियों—जैकी और जावेद कुरैशी के बीच कहासुनी हो गई.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि शराब तस्करी रोकने के लिए विभाग ने उचित कदम नहीं उठाए. आधुनिक तकनीकों, जैसे डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग नहीं किया गया, जिससे तस्करी पर काबू नहीं पाया जा सका. इसके अलावा, 65% जब्त की गई शराब देसी शराब थी, जो दिखाता है कि अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा था.
Bihar Politics: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान PM मोदी ने RJD सुप्रीमो लालू यादव पर जम कर निशाना साधा. PM के साथ भागलपुर की मंच पर CM नीतीश कुमार भी मौजूद रहे. PM और CM ने मिल कर विपक्ष पर बयानों के तीर छोड़े. PM मोदी के इस दौरे से बिहार चुनाव का बिगुल बज चूका है.
विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. AAP विधायक इस कदम को अपमानजनक मानते हुए विरोध कर रहे थे. विपक्षी नेता आतिशी ने कहा कि सीएम रेखा गुप्ता के दफ्तर से आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाना संविधान निर्माता और शहीदों का अपमान है.
कैबिनेट मीटिंग में आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू करने पर मुहर लगी है और साथ ही विधानसभा के पटल पर कैग की रिपोर्ट पेश करने पर भी मुहर लगी है.
पंकज सिंह को मंत्रिपद देना एक बड़ी चुनावी रणनीति का हिस्सा है. पूर्वांचली वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी ने पंकज कुमार सिंह जैसे स्थानीय और समर्पित नेताओं को प्राथमिकता दी है.
रेखा गुप्ता के सामने दूसरा बड़ा वादा आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का होगा. 2018 में शुरू हुई इस योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया गया था, लेकिन अब रेखा गुप्ता की सरकार इस योजना को लागू करने का वादा करेगी.