पुलिस के 50 पुलिसकर्मियों की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. आरोपियों की गाड़ी के नंबर से पता लगाने पर पुलिस सचिन नामक व्यक्ति के पास पहुंची. उसने बताया कि वो वाहन उसने बेच दिया है.