अगस्त 2023 में साइन किए गए MoU का उद्देश्य इंडो-पेसिफिक रीजन में एक सुरक्षित और प्रदूषण-मुक्त समुद्री वातावरण सुनिश्चित करना है.
राजेश कुमार सिंह ने भारतीय खोज और बचाव क्षेत्र में SAR सेवाएं प्रदान करने और समुद्र में मछली पकड़ने वाले समुदाय की मदद करने में आईसीजी द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की.
जानकारी के मुताबिक, म्यांमार की फिशिंग बोट से ड्रग्स के 2-2 किलो के 3 हजार पैकेट मिले. इस बोट में म्यांमार के 6 नागरिक सवार थे, जिन्हें हिरासत में लिया गया है.
पहले दिन विभिन्न कार्यशालाएं, सेमिनार और टेबलटॉप अभ्यास आयोजित किए जाएंगे, जिनमें सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न मंत्रालयों, सशस्त्र बलों, अन्य संस्थाओं और विदेशी प्रतिनिधि भाग लेंगे.
इस बैठक में भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय नौसेना, आईएएफ, ओएनजीसी, डीजीएच और डीजी शिपिंग सहित संबंधित मंत्रालयों और एजेंसियों के सदस्य शामिल हुए.
आईसीजी का शिप 18 नवंबर को ओखा हार्बर वापस लौटा, जहां आईसीजी, राज्य पुलिस, खुफिया एजेंसियों और मत्स्य पालन अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे घटनाक्रम की संयुक्त जांच की गई.
महानिदेशक एस. परमेश ने भारतीय तटरक्षक बल के विस्तृत निगरानी तंत्र, उन्नत जहाजों की बेड़े के बारे में जानकारी दी.
भारतीय तटरक्षक बल देशभर में प्रदूषण प्रतिक्रिया के लिए अग्रणी भूमिका निभा रहा है और इस तरह के अभ्यासों के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी संबंधित संस्थाएं बेहतर तरीके से तैयार रहें.
Indian Coast Guard: इस बैठक में भारतीय जलक्षेत्र में संभावित तेल रिसाव की घटनाओं पर प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने के लिए राष्ट्र की तत्परता का मूल्यांकन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
भारतीय तटरक्षक के महानिदेशक परमेश शिवमणि और दिग्गजों की मौजूदगी में इन दोनों जहाजों का शुभारंभ और नामकरण 'अथर्ववेद' के मंत्रोच्चार के साथ समारोहपूर्वक किया गया.