MP News: वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 11 में शेड्यूल 1 में चीता को ट्रेंकुलाइज करने के लिए सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू की अनुमति अनिवार्य है. इसका उल्लंघन कूनो नेशनल पार्क के एफओ और सिंह परियोजना के संचालक उत्तम शर्मा द्वारा किया गया.
पशु चिकित्सकों को सूचित किया गया और करीब से निरीक्षण करने पर पता चला कि चीते के शव का अगला आधा हिस्सा, जिसमें सिर भी शामिल है, पानी के अंदर था.
कुनो नेशनल पार्क में अब 13 वयस्क चीते और 12 शावक बचे हैं, जिनमें से सभी को "स्वस्थ और सामान्य" बताया गया है. वयस्क चीतों को संक्रमणों से बचाव के लिए आवश्यक उपचार दिया गया है.
MP News: गांव में चीता आने से लोगों में दहशत है. ग्रामीण घर से अकेले नहीं निकल रहे हैं और झुंड में खेतों की ओर जा रहे है.
Kuno Nation Park: मादा चीता ज्वाला ने पहली बार भारत की धरती पर चार शावकों को जन्म दिया था जिसमें मात्र एक शावक ही बच पाया था.
Kuno National Park: भूपेन्द्र यादव ने इस खुशी को ट्वीट करते हुए लिखा कि गामिनी की विरासत आगे बढ़ी! खुशी का कोई अंत नहीं है: ये पांच नहीं, बल्कि छह शावक हैं.
Kuno National Park: केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सभी पांच शावकों की तस्वीरों के साथ वीडियो भी एक्स पर शेयर की है इस वीडियो में सभी चीते स्वस्थ नजर आ रहे हैं.
Kuno National Park: सोमवार शाम करीब 7 बजे चीता वीरा को चक सीताराम और हारकुई गांव के आसपास देखा गया था.
MP News: ज्वाला को नामीबिया से लाया गया था. उसके साथ नामीबिया से सात और चीते पिछले 17 सितंबर को लाए गए थे.