आरक्षण को लेकर पिछले कुछ महीनों से बांग्लादेश में अशांति फैली हुई है. हजारों छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए पीएम आवास पर कब्जा कर लिया है. इस बीच शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है.
अब सवाल उठता है कि आखिर 'दीदी' को क्या परेशान कर रहा है? ममता ने अचानक गठबंधन से अलग होकर अपना रास्ता क्यों तय किया है? शायद अब ममता बनर्जी को एहसास हो रहा है कि गठबंधन के साथी अपने-अपने एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
अधीर रंजन ने कहा कि उनकी मुख्य समस्या राष्ट्रीय राजनीति में राहुल गांधी का उदय है. इससे उन्हें जलन हो रही है. लेकिन उन्हें यह दिखाना होगा कि वह अभी भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक हैं.
Mamata Banerjee: ममता के आरोपों पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ममता बनर्जी को झूठ पर आधारित कहानी गढ़ने की बजाय इसके पीछे का सच बोलना चाहिए.
Mamata Banerjee: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में नीति आयोग की बैठक चल रही है. इस बैठक में बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों के अलावा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं.
NITI Aayog Meeting: पीएम मोदी की अध्यक्षता में आज होनी वाली नीती आयोगी की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल होंगी. हालांकि, वह बैठक के दौरान केंद्रीय बजट 2024-25 में विपक्षी शासित राज्यों के प्रति केंद्र के “सौतेले व्यवहार” के खिलाफ आवाज उठाने की योजना बना रही हैं.
बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र की नीतियों के मुताबिक, मैं बांग्लादेश से आए शरणार्थियों को शरण दे सकती हूं. ये दो देशों के बीच का मामला है. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है, कुछ बीजेपी नेताओं ने किया है और कुछ बांग्लादेश के लोगों ने.."
उत्तर बंगाल भाजपा का गढ़ बन गया है और अगर यह क्षेत्र अलग राज्य बनता है, तो भाजपा यहां सरकार बनाएगी. इस तरह, अगर पूरा बंगाल नहीं, तो कम से कम आधा बंगाल भाजपा के शासन में आ जाएगा.
पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश में अशांति फैली हुई है. बांग्लादेश के अधिकारियों ने पूरे देश में सख्त कर्फ्यू लगा दिया है और राजधानी ढाका के कुछ हिस्सों में सैन्य कर्मियों ने गश्त की है.
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी सीएम ममता बनर्जी की टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन किया था. पार्टी ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 29 पर जीत दर्ज की थी, जबकि भगवा पार्टी का आंकड़ा सिर्फ 12 पर सिमट गया था.