e-sign Feature ECI: चुनाव आयोग ने अपने ईसीआईनेट (ecinet) पोर्टल और ऐप पर एक नया 'ई-साइन' फीचर लॉन्च किया है. इसके जरिए मतदाताओं को रजिस्ट्रेशन, नाम हटाने या उसमें सुधार के लिए आवेदन करते समय अपने आधार कार्ड से जुड़े फोन नंबर का इस्तेमाल करके अपनी पहचान सत्यापित करना होगा.
राहुल गांधी ने कहा कि देश के Gen Z संविधान को बचाएंगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे. राहुल के इस पोस्ट पर बीजेपी ने कांग्रेस नेता को आड़े हाथों लिया है.
राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया. उनका कहना है कि देश में वोटर लिस्ट के साथ बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ हो रही है. कैसे? फर्जी कॉल सेंटर्स, नकली मोबाइल नंबर और OTP के जरिए वोटरों के नाम जोड़े और हटाए जा रहे हैं.
राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीईसी ज्ञानेश कुमार पर आरोप लगाए थे और कहा था कि वे वोट चोरी करने वालों को बचा रहे हैं.
CG News: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज 'वोट चोरी पर' दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की. वहीं CM विष्णु देव साय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पक्ष में नहीं आता तो सवाल खड़ा करती है.
Rahul Gandhi Press Conference: प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले कांग्रेस ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर राहुल गांधी का एक वीडियो साझा किया और कैप्शन में लिखा "कुर्सी की पेटी बांध लीजिए."
तेजस्वी की ये यात्रा सिर्फ जनता से मिलने का बहाना नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी सियासी चाल है. वो अपने पिता लालू प्रसाद यादव की राह पर चलते हुए जनता से सीधा कनेक्शन बनाना चाहते हैं. लालू यादव अपनी रैलियों और यात्राओं से हमेशा जनता के बीच छाए रहते थे, और तेजस्वी भी उसी अंदाज को अपनाने की कोशिश में हैं.
Bihar Elections 2025: वोटर अधिकार यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव हर कदम पर राहुल गांधी के साथ नजर आए थे.
Raebareli DISHA Meeting: बैठक में एक और ट्विस्ट तब आया, जब ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने इसका बहिष्कार कर दिया. मनोज ने राहुल पर निशाना साधा. उन्होंने पत्रकारों से कहा, "राहुल गांधी ने सांसद बनने के बाद संसद में रायबरेली के लिए कितनी बार आवाज उठाई? वो अपने कामों की लिस्ट बताएं."
राहुल गांधी की विदेश यात्राएं पहले भी चर्चा का विषय रही हैं. कई बार उनकी यात्राओं को लेकर सवाल उठे हैं कि वो किससे मिलते हैं और क्या करते हैं? कुछ लोग इसे उनकी निजी जिंदगी का हिस्सा मानते हैं, तो कुछ इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देखते हैं. इस बार CRPF की चेतावनी ने इस बहस को और हवा दे दी है.