Balaghat: CM मोहन यादव ने 264 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी, बोले- बालाघाट कई खूबियों के कारण ‘सम्राट’ है
मुख्यमंत्री ने बालाघाट को कई विकास कार्यों की सौगात दी.
CM Mohan Balaghat Visit: बालाघाट पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किसान सम्मेलन कार्यक्रम का शुभारंभ किया. सीएम ने दीप प्रज्जवलन के बाद दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किए. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कुल 264 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण किया और 61 करोड़ से ज्यादा की लागत के नए कार्यों का भूमि-पूजन किया.
‘हॉकी एस्ट्रोटर्फ’ का किया लोकार्पण
बालाघाट पहुंचे सीएम डॉ मोहन यादव ने जिले को कई सौगात दी. सीएम ने हॉकी खिलाड़ियों के लिए ‘हॉकी एस्टोटर्फ’ का लोकार्पण करके खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं. 7 करोड़ 26 लाख की लागत से बने आधुनिक सुविधायुक्त ‘हॉकी एस्ट्रोटर्फ’ में खिलाड़ियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: MP Budget: 12 मार्च को आएगा मोहन सरकार का बजट; सिंहस्थ महाकुंभ के लिए हो सकता है विशेष प्रावधान
बालाघाट सम्राट है- मुख्यमंत्री
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बालाघाट जिले की कई खूबियां हैं. सीएम ने कहा, ‘पूरे प्रदेश में माइनिंग के मामले में बालाघाट को परमात्मा ने आशीर्वाद दिया है. प्रकृति ने बालाघाट पर खूब प्रेम लुटाया है. चिन्नौर का चावल खाकर हम सबकुछ भूल जाते हैं. यहां के लोग भी भोलेभाले हैं. मैग्नीज, तांबा, कोयला सहित कई चीजें यहां पर हैं. इसलिए भूसंपदा के आधार पर बालाघाट सम्राट जिला है.’
61 करोड़ के नए कार्यों का भूमि-पूजन किया
मुख्यमंत्री ने 264 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लोकार्पण के साथ ही 61 करोड़ से ज्यादा की लागत के नए कार्यों का भूमि-पूजन किया. इस मौके पर उन्होंने कई योजनाओं के लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किया. सीएम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के जरिए मध्य प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए हम लगातार कार्यरत हैं.
कई जिलों में उद्योगों को नहीं लगाया गया था
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मध्य प्रदेश के कई जिलों में उद्योगों को नहीं लगाया गया था. जबलपुर, रीवा, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर जैसे जिलों में आजादी के बाद भी उद्योगों को नहीं लगाया गया. लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यहां उद्योगों का विकास किया जाता रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था को छोड़कर 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया. जिस इंग्लैंड ने हमको 250 सालों तक गुलाम बनाकर रखा, आज उस इंग्लैंड को हमने पीछे छोड़ दिया.