Jama Masjid Violence: संभल हिंसा में 4 की मौत, इलाके में 1 दिसंबर तक बाहरी एंट्री बंद, चंद्रशेखर ने किया ये ऐलान

Jama Masjid Violence: हिंसा में उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 लोग घायल भी हुए. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान पत्थर-ईंटें फेंके गए.
Jama Masjid Violence

संभल के जामा मस्जिद के बाहर हुए हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है.

Jama Masjid Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार सुबह जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ गई. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को जामा मस्जिद से दूर करने की काफी कोशिश की, लेकिन भीड़ नहीं हटी. जिसके बाद मस्जिद के बाहर हिंसा शुरू हो गई. संभल के जामा मस्जिद के बाहर हुए हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है.

इस हिंसा में उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 लोग घायल भी हुए. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान पत्थर-ईंटें फेंके गए, प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया. इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. हिंसा के बाद संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ड्रोन से मस्जिद के आस पास नजर राखी जा रही है.

 

हिंसा के बाद संभल तहसील में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जिला प्रशासन ने 25 नवंबर को कक्षा 12 तक के सभी छात्रों के लिए अवकाश घोषित कर दिया है. डीएम के आदेश पर 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है. शहर की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है.

हिंसा में 4 की मौत

रविवार को हुए संभल हिंसा में चार लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में की गई है. संभल हिंसा में जान गवाने वाले नौमान और बिलाल अंसारी को रात 11 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया. हिंसा को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई है. एक निजी संस्था ने संभल में पुलिस की फायरिंग से 4 युवकों की मौत का आरोप लगाते हुए वीडियो भी आयोग को भेजा गया है.

नो एंट्री के बीच चंद्रशेखर ने संभल जाने का किया ऐलान

संभल सीएम ने आदेश दिया है कि सूबे में 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री पर बैन रहेगी. वहीं, भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने संभल जाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह सोमवार, 25 नवंबर को संभल जाएंगे. वहां वह मृतकों के परिजनों से मिलेंगे. चंद्रेशखर आजाद ने इसकी जानकारी एक्स पर पोस्ट कर दिया है.

 

एक्स पर लिखे पोस्ट में चंद्रशेखर ने कहा, ‘सरकारी गोलियां बहुजनों पर सीधे चलती हैं. यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. चाहे वह SC/ST आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या CAA विरोधी आंदोलन… हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधे गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली जाती है. मैं जल्द ही घायल पुलिसकर्मियों से मिलकर इस हिंसा की सच्चाई देश के सामने लाने का प्रयास करूंगा.’

चंद्रशेखर ने आगे लिखा, “सोमवार को मैं संभल जाऊंगा और इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करूंगा. हम अपने पीड़ित परिवारों को अकेला नही छोड़ेंगे. आगामी संसद सत्र में मैं सरकार की आंखों में आंख डालकर कहूंगा कि हमारे लोगों की जान इतनी सस्ती नहीं है.”

अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना

संभल हिंसा पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए एक्स पर पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा कि सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गए, उनके ख़िलाफ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो. उनके खिलाफ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे. अखिलेश ने कहा कि उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है.’

 

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पुलिस ने 21 लोगों को लिया हिरासत में

संभागीय आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि हिंसा के दौरान पुलिस ने पेलेट गन का इस्तेमाल किया है. इस हथियार से किसी की जान नहीं जा सकती है. पुलिस ने छापेमारी कर 21 लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें 2 महिला भी शामिल है. उनके पास से कई तरह के हथियार बरामद किए गए हैं. जिस जगह पर फायरिंग हुई, वहां से कई अलग-अलग बोर के गोले बरामद किए गए हैं. हिरासत में लिए गए लोगों के घरों से पुलिस ने हथियार बरामद किया है.

अब लगेगा NSA

नखासा थाना क्षेत्र के एक घर से फायरिंग हुई, जहां से दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है. मंगलवार से ही संभल में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जब अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ था. याचिका में दावा किया गया था कि उस जगह पर हरिहर मंदिर था. अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि दो महिलाओं सहित 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जांच शुरू कर दी गई है, हिंसा में शामिल लोगों पर सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.

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