Lok Sabha Election 2024: एटा में अखिलेश यादव के साथ ‘खेला’, मुलायम सिंह के करीबी रहे नेता BJP में शामिल, बिगाड़ सकते हैं समीकरण
UP Lok Sabha Election 2024: देश में चुनावी बिगुल बज चुका है. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. यूपी में जहां एक ओर चर्चाएं थी कि समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. वहीं दूसरी ओर एटा जिले में समाजवादी पार्टी के साथ बड़ा खेला हो गया है. एटा-कासगंज में राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले पूर्व सांसद सपा नेता कुंवर देवेंद्र सिंह यादव रविवार को भाजपा में शामिल हो गए.
1976 से ही राजनीति में सक्रिय
कुछ दिनों पहले समाजवादी पार्टी ने एटा लोकसभा सीट पर देवेश शाक्य को उतारकर BJP का खेल बिगाड़ने की चाल चली थी. वहीं देवेंद्र सिंह यादव का BJP में शामिल होना सपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. बता दें कि देवेंद्र यादव साल 1976 से राजनीति में सक्रिय हैं. कांग्रेस से राजनीति की शुरूआत करने वाले देवेंद्र 1992 में समाजवादी पार्टी के गठन से पहले संघर्ष के दिनों में वह मुलायम सिंह यादव के साथ शामिल हो गए.
मुलायम सिंह से थे करीबी संबंध
देवेंद्र यादव ग्राम प्रमुख और विधायक के बाद सांसद चुने गए. वह साल 1999 और 2004 में एटा सीट से बतौर सपा उम्मीदवार दो बार सांसद चुने गए. बता दें कि दो बार पटियाली(वर्तमान में कासगंज जिले में स्थित) से विधायक चुने गए. कई सालों तक वह एटा जिले में सपा जिला अध्यक्ष के पद पर भी रहे. मुलायम सिंह सीएम पद पर रहते हुए भी अपने पुरानी साथी देवेंद्र यादव के घर पर जाते रहते थे.
लोधी और यादव वोटर्स का दबदबा
ऐसे में सपा नेता देवेंद्र यादव के BJP में शामिल होने के बाद राजनीतिक समीकरण पर भी काफी असर पड़ा है.उनके बीजेपी में शामिल होने से सपा के लिए बड़ा डेंट माना जा रहा है. ऐसा इसलिए है कि इस सीट पर लोधी और यादव वोटर्स का दबदबा माना जाता है. वर्तमान में सांसद और तीसरी बार बीजेपी के प्रत्याशी पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह लोधी समुदाय से ही ताल्लुक रखते हैं.