Gyanvapi Masjid Survey Report: VHP की डिमांड, कहा- ‘ये जगह मस्जिद की नहीं बल्कि मंदिर, हिंदू समुदाय को सौंपने का दें प्रस्ताव’
Gyanvapi Masjid Survey Report: ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट सामने आने के बाद अब हर पक्ष अलग-अलग दावा कर रहा है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने पहले मस्जिद में मंदिर के अवशेष मिले का दावा किया था. अब रिपोर्ट के आधार पर विश्व हिंदू परिषद ने एक और दावा किया है. विहिप द्वारा मुस्लिम पक्ष से मस्जिद सौंपने की डिमांड भी रखी गई है.
ASI की रिपोर्ट पर विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, .जो निष्कर्ष निकाले गए हैं, उसके बाद ये संदेह करने का कोई कारण नहीं बचता कि इस जगह की प्रकृति आज भी मस्जिद की नहीं बल्कि मंदिर की है. विश्व हिंदू परिषद 2 मांगें करती है, पहली- वजुखाना में जो शिवलिंग है, उसकी सेवा-पूजा अब शुरु करनी चाहिए और इसके लिए न्यायालय हिंदू समुदाय को अनुमति दें.’
उन्होंने अपनी दूसरी मांग को रखते हुए कहा, ‘हम इंतेज़ामिया समिति से यह आग्रह करेंगे कि वे इस नई रिपोर्ट पर विचार करें और ज्ञानवापी मस्जिद को सम्मानपूर्वक किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने और मूल स्थल को हिंदू समुदाय को सौंपने का प्रस्ताव देगी.”
ASI द्वारा जुटाए गए सूबत
उन्होंने कहा, ‘ASI द्वारा जुटाए गए सूबत और निकर्षों से साबित होता है कि पूजा स्थाल का धार्मिक स्वरूप 15 अगस्त 1947 को अस्तित्व में था. उपासना स्थल अधिनियम 1991 की धारा 4 के अनुसार, मस्जिद के ढांचे को हिंदू मंदिर घोषित किया जाना चाहिए.’
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विहिप के ओर से दो मांगे रखी है, मस्जिद परिसर पर एएसआई की सर्वेक्षण रिपोर्ट सार्वजनिक होने के आधार पर ये मांग रखी गई है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन का दावा था कि मस्जिद का निर्माण पहले से मौजूद मंदिर को गिराकर किया गया था.
कार्यध्याक्ष आलोक कुमार ने कहा, ‘ज्ञानवापी ढांचा हिंदुओं को सौंप दिया जाए. मस्जिद का निर्माण एक मंदिर गिराकर बनाया गया था.’ दूसरी मांग में उन्होंने कोर्ट से वजूखाने में शिवलिंग की पूजा करने की अनुमति देने की मांग की है.