IIT-BHU: गैंगरेप के आरोपियों के साथ जश्न मना रहे BJP विधायक! तस्वीर वायरल होने पर दी सफाई
IIT-BHU: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की छात्रा से बलात्कार मामले में दो आरोपियों को जमानत मिल गई है. वहीं एक आरोपी सक्षम पटेल की जमानत याचिका पर 16 सितंबर को सुनवाई होगी. पिछले वर्ष 22 अगस्त को वाराणसी के IIT-BHU की बीटेक सेकंड ईयर की छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था. इस मामले में आरोपी बनाए गए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के IT सेल के दोनों आरोपियों को हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है. इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी बीजेपी को घेरने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
बीजेपी पर भड़के अजय राय
आरोपियों को कथित तौर पर माला पहनाकर स्वागत किए जाने के बाद भाजपा पर ‘पाखंड’ का आरोप लगाया जारा है है. यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने रिहाई की निंदा करते हुए कहा, “सात महीने पहले भाजपा आईटी सेल के तीन सदस्यों ने एक युवती के साथ बलात्कार किया था. आरोपियों को बचाने के भाजपा के प्रयासों के बावजूद, अंततः बीएचयू के छात्रों, आम जनता और कांग्रेस के दबाव के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अब, कमजोर अभियोजन प्रणाली के कारण, दो आरोपियों को जमानत मिल गई है.”
बीजेपी विधायक के साथ आरोपियों की तस्वीर वायरल
इस बीच आरोपी कुणाल पांडे और अभिषेक चौहान का बीजेपी विधायक सौरभ श्रीवास्तव के साथ एक तस्वीर वायरल हो रही है. इसमें विधायक जी आरोपियों को केक लगाते दिखाई दे रहे हैं. सौरभ श्रीवास्तव वाराणसी के कैंट विधानसभा सीट से विधायक हैं. हालांकि, तस्वीर वायरल होने के बाद बीजेपी विधायक ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि यह तस्वीर 5 साल पुरानी है. यह फोटो कोरोना काल की है क्योंकि वह मास्क लगाए हुए हैं.
पिछले साल की घटना
संबंधित घटना 2 नवंबर, 2023 को हुई थी, जब एक 20 वर्षीय बीएचयू छात्रा पर कथित तौर पर तीन लोगों ने हमला किया था. आरोप के मुताबिक, लड़की अपने एक दोस्त के साथ बाहर गई थी. तभी कथित तौर पर पीड़िता को वाराणसी में आईआईटी-बीएचयू परिसर में तीनों आरोपियों ने अगवा कर लिया, उसके कपड़े उतार दिए और उसका यौन उत्पीड़न किया. जनवरी 2024 में उनकी गिरफ्तारी के बाद, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सात महीने जेल में रहने के बाद दो आरोपियों को जमानत दे दी.
हालांकि, तीसरे आरोपी सक्षम पटेल की जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उसके मामले की समीक्षा के लिए 16 सितंबर, 2024 की तारीख तय की गई. रिपोर्ट के अनुसार, रिहा होने पर दोनों आरोपियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया.
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात और बलात्कारियों के साथ जश्न”
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “यह निराशाजनक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जब वे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की बात करते हैं, तो बलात्कारियों का जश्न मनाया जाता है.” उन्होंने मामले पर भाजपा की प्रतिक्रिया की भी आलोचना की और इसे “पाखंडी” बताया. राय ने कहा, “एक तरफ सरकार न्याय की मांग करती है, लेकिन दूसरी तरफ उसकी निगरानी में कमजोर न्यायिक व्यवस्था के कारण दो आरोपियों को जमानत मिल जाती है और भाजपा कार्यकर्ता उनका जश्न ऐसे मनाते हैं जैसे वे खुद प्रधानमंत्री का स्वागत कर रहे हों.”