‘थोड़ी-थोड़ी’ प्रेमियों के लिए खुशखबरी! यूपी में अब एक ही दुकान पर मिलेंगी बियर, देसी और विदेशी शराब
प्रतीकात्मक तस्वीर
UP New Liquor Policy: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बड़ी आबकारी नीति में बदलाव करते हुए शराब प्रेमियों को एक नया तोहफा दिया है. अब उत्तर प्रदेश में एक ही दुकान पर बियर, देसी और विदेशी शराब खरीदना संभव होगा. जी हां, अब आपको इन तीनों की तलाश के लिए अलग-अलग दुकानों के चक्कर नहीं काटने होंगे!
क्या बदल रहा है?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस ऐतिहासिक कदम को मंजूरी दी गई. इस नई नीति के तहत पहली बार कम्पोज़िट दुकानों के लाइसेंस जारी किए जाएंगे, जहां इन तीनों प्रकार की शराब को एक साथ बेचा जा सकेगा. हालांकि, यह दुकानें शराब पीने की अनुमति नहीं देंगी, यानी अगर आप अपनी पसंदीदा शराब ठेके पर आराम से बैठकर पीना चाहते हैं, तो वो यहां नहीं मिलेगा.
कैसे मिलेगा लाइसेंस?
अब तक जो शराब की दुकानों का लाइसेंस जारी होता था, अब उसकी प्रक्रिया में भी बदलाव किया जाएगा. ई-लॉटरी के माध्यम से शराब की दुकानों के लाइसेंस दिए जाएंगे. इस प्रक्रिया से भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी. 2025-26 के लिए नया लाइसेंस जारी किया जाएगा, जबकि पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं होगा.
इसके अलावा, 2026-27 से दुकानें नवीनीकरण की प्रक्रिया से गुजरेंगी. इसके अलावा, प्रीमियम रिटेल शॉप्स के लाइसेंस शुल्क में कोई बदलाव नहीं होगा, जिसकी वार्षिक फीस 25 लाख रुपये तय की गई है. सरकार ने इस साल आबकारी विभाग से 55 हजार करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल से 4 हजार करोड़ रुपये ज्यादा है.
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फॉरेन व्हिस्की अब 60 और 90 ML में!
अच्छी खबर यह है कि अब से विदेशी शराब को 60 और 90 एमएल की छोटी बोतलों में भी उपलब्ध कराया जाएगा. इससे उन लोगों को सुविधा होगी जो छोटी मात्रा में शराब का सेवन करते हैं. अब से आपको बड़े पैमानों पर शराब की बोतलें नहीं खरीदनी होंगी, क्योंकि 60 और 90 एमएल की बोतलें आपको कम कीमत में मिल जाएंगी. वहीं, मॉल्स और मल्टीप्लेक्स क्षेत्रों में प्रीमियम ब्रांड की दुकानें नहीं खुलेंगी, लेकिन हवाई अड्डों, मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर ऐसी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी.
यह नई नीति 2025-26 के आबकारी वर्ष से लागू होगी और इसके तहत अगले कुछ वर्षों में राज्य में शराब की दुकानों की संख्या में बदलाव होगा. आबकारी विभाग इस बदलाव को धीरे-धीरे लागू करेगा ताकि शराब की खरीदारी को लेकर कोई परेशानी न हो. तो , अब यूपी में शराब खरीदने का तरीका पूरी तरह से बदलने वाला है.