डॉक्टर, इंजीनियर, नेता और पुलिस…हुस्न के जाल में फंसे 25 से ज्यादा लोग, बरेली में रीना का कांड बेनकाब!
Honey trap Scam: उत्तर प्रदेश के बरेली शहर से एक हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें एक महिला रीना सागर की गिरफ्तारी के बाद कई राज खुलकर सामने आए हैं. पुलिस ने 8 महीने तक फरार चल रही इस महिला को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया. अब जो खुलासे हुए हैं उसने सबको हैरान कर दिया है. रीना और उसके गिरोह ने बरेली समेत कई जगहों पर दर्जनों लोगों को हनीट्रैप में फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूली थी.
हनीट्रैप का शिकार बने 25 से ज्यादा लोग
पुलिस के मुताबिक, रीना सागर एक शातिर क़िस्म की महिला है, जो अपने गैंग के साथ मिलकर लोगों को अपने जाल में फंसा चुकी थी. रीना पर आरोप है कि उसने अब तक 25 से ज्यादा लोगों को हनीट्रैप में फंसा कर उनसे बड़ी रकम वसूली थी. इनमें कई पेशेवर लोग भी शामिल थे, जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, नेता और पुलिसकर्मी. इन लोगों को महिला ने अपने आकर्षक हुस्न और झूठे प्रेम के जाल में फंसा लिया था, और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर मोटी रकम निकाल ली थी.
बरेली में हुई गिरफ्तारी
पुलिस को इस गिरोह के बारे में सूचना मिली थी कि रीना सागर अब बरेली में ही छिपी हुई है. इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी और आखिरकार उसे थाना इज्जत नगर क्षेत्र के मिनी बायपास से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में रीना ने स्वीकार किया कि वह कई महीनों से पुलिस से बचने के लिए दिल्ली और पंजाब में छिपी हुई थी.
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ग्राम प्रधान से 5 लाख की वसूली
रीना सागर पर सबसे बड़ा आरोप यह है कि उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर एक ग्राम प्रधान को शिकार बनाया. रीना ने उस ग्राम प्रधान से फोन पर बातचीत की और उसे अपने जाल में फंसा लिया. बाद में उसने उसे बरेली बुलाकर उससे 5 लाख रुपये की वसूली की. इतना ही नहीं, गिरोह ने ग्राम प्रधान को लगातार ब्लैकमेल कर उससे और पैसे की मांग की थी. पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रीना सागर के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया.
समाजवादी पार्टी के नेता को बनाया शिकार
इस हनीट्रैप गिरोह ने केवल आम जनता को ही नहीं, बल्कि समाज के प्रतिष्ठित लोगों को भी अपना शिकार बनाया. दावा किया जा रहा है कि एक डॉक्टर ने इस गिरोह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉक्टर को ब्लैकमेल किया गया था और उसे पैसों की भारी डिमांड की गई थी.
इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप भी इस गिरोह के शिकार हो चुके हैं. उन्होंने अपने साथ हुई एक घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि दो साल पहले एक युवती ने उन्हें फोन किया, और फिर उनकी वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी. जब उन्होंने पैसे देने से इंकार किया, तो वीडियो को सार्वजनिक कर दिया गया.
गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और हनीट्रैप गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. थाना बारादरी के प्रभारी सुनील कुमार के मुताबिक, इस गिरोह के कई सदस्य पहले से गिरफ्तार किए जा चुके थे, और अब रीना सागर की गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने अब तक गिरोह के प्रमुख सदस्य मधु उर्फ ममता दिवाकर को भी गिरफ्तार किया था, जो इस गिरोह का सरगना थी. उत्तर प्रदेश में बढ़ते हनीट्रैप गिरोह और उनकी शातिर गतिविधियों ने समाज के हर वर्ग को चौकस कर दिया है.