UP में क्यों हारी BJP? संविधान बदलने के नैरेटिव समेत रहे ये कारण, समीक्षा रिपोर्ट आई सामने

BJP: सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में अफसरशाही के द्वारा जनता व कार्यकर्ताओं के साथ किया गया व्यवहार और अफसरों के भीतरघात करने का जिक्र भी है. लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा कर रही बीजेपी की स्पेशल टीम ने प्रदेश नेतृत्व को यह विस्तृत रिपोर्ट सौंपी हैं.
Lok Sabha Election 2024

सीएम योगी और प्रधानमंत्री मोदी

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त को लेकर शुक्रवार को बीजेपी की कोर कमेटी की एक बैठक लखनऊ में आयोजित की गई. इस बैठक में उन सीटों का विश्लेषण किया गया जहां पार्टी को शिकस्त मिली है. यूपी कोर कमेटी की बैठक में स्पेशल टीम की समीक्षा रिपोर्ट रखी गई जिसमें कई बातों का जिक्र किया गया है.

सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में अफसरशाही के द्वारा जनता व कार्यकर्ताओं के साथ किया गया व्यवहार और अफसरों के भीतरघात करने का जिक्र भी है. लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा कर रही बीजेपी की स्पेशल टीम ने प्रदेश नेतृत्व को यह विस्तृत रिपोर्ट सौंपी हैं. इस रिपोर्ट में हार के कई वजह बताई गई हैं.

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चुनाव के दौरान निष्क्रिय रहे पार्टी विधायक

रिपोर्ट में कहा गया है कि विधानसभाओं में विधायकों की निष्क्रियता से पार्टी को नुकसान हुआ. इतना ही नहीं कई विधायक अपने क्षेत्र के लोकसभा कैंडिडेट के खिलाफ थे और भाजपा को इन सीटों पर भीतरघात से नुकसान हुआ. रिपोर्ट में कहा गया है कि संविधान के मुद्दे पर शेड्यूल कास्ट वोटर अलग हो गया. ओबीसी वोटर छिटक गया और बीजेपी की करारी हार हो गई.

संविधान के मुद्दे पर पार्टी से अलग रहा दलित

भाजपा के पक्ष में मतदान कम होने का कारण बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की अधिकारियो और जनप्रतिनिधियों से नाराजगी भी रही. रिपोर्ट में कहा गया है कि तमाम कोशिशों के बाद भी ओबीसी वोट बैंक के बिखराव को रोका नहीं जा सका और दलित वोट संविधान के मुद्दे पर दूर होता गया. यह रिपोर्ट तीन चरणों मे तैयार हुई है.

80 सीटों में से 33 सीटें जीती बीजेपी

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की कुल 80 सीटों में से सपा ने 37 पर जीत दर्ज की थी. जबकि, बीजेपी को 33 सीटें ही मिल सकी थी. वहीं, कांग्रेस को 6 सीट, रालोद को 2 सीट, आजाद समाज पार्टी और अपना दल (एस) को एक-एक सीट हासिल हुई थी. वहीं मायावती की पार्टी बसपा अपना खाता भी नहीं खोल सकी.

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