तुर्की में गड्ढे ही गड्ढे, अचानक क्यों धंस रही है धरती…सूखा, जलवायु परिवर्तन या हमारी गलती?
तुर्की में गड्ढे ही गड्ढे
Turkey Sinkholes: तुर्की के कोन्या मैदान (Konya Plain) में अचानक विशालकाय गड्ढे बनने की घटना ने न सिर्फ देश में दहशत फैला दी है, बल्कि दुनियाभर के वैज्ञानिक समुदाय को भी हिलाकर रख दिया है. ड्रोन से ली गई तस्वीरों में ये गड्ढे अब 100 फीट तक चौड़े और सैकड़ों फीट गहरे दिखाई दे रहे हैं. इतने बड़े कि ये पल भर में पूरे के पूरे खेतों को निगल जाते हैं.
एक नए सर्वे के अनुसार, तुर्की के इस कृषि प्रधान क्षेत्र में 700 से अधिक सिंकहोल्स सक्रिय हो चुके हैं. पिछले एक साल में अकेले करापिनार (Karapinar) जिले में 20 से ज्यादा बड़े और नए गड्ढे बने हैं. तुर्की के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (AFAD) ने इसे देश की सबसे गंभीर भू-आकृतिक समस्याओं में से एक माना है. यह पूरी दुनिया के लिए चेतावनी है कि जलवायु परिवर्तन और पानी के गलत इस्तेमाल के नतीजे कितने भयावह हो सकते हैं.
अचानक क्यों बढ़ गई यह मुसीबत?
भूजल का अत्यधिक और तेज़ दोहन: कोन्या बेसिन को तुर्की का “ब्रेडबास्केट” (Breadbasket) कहा जाता है, क्योंकि यह देश का मुख्य गेहूं उत्पादक क्षेत्र है.
लगातार सूखा (Drought): बारिश में कमी से भूजल की पूर्ति नहीं हो पा रही है.
जलवायु परिवर्तन (Climate Change): बदलते मौसम पैटर्न ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
2000 के बाद क्यों बिगड़ी बात?
1990 के दशक तक सिंकहोल की घटनाएं बेहद कम थीं. लेकिन सन 2000 के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ी. इसका मुख्य कारण चीनी चुकंदर (Sugar beet) और मक्का जैसी फसलों की खेती में हुई भारी वृद्धि है, जिनके लिए बहुत ज़्यादा पानी चाहिए होता है. किसानों ने इन फसलों के लिए अत्यधिक भूजल पंप करना शुरू कर दिया, जिससे भूजल स्तर दशकों में कई मीटर नीचे गिर गया. ज़मीन के नीचे जब पानी का आधार खाली होता गया, तो ऊपर की मिट्टी का समर्थन खत्म हो गया और वह अचानक धंसने लगी. नासा (NASA) ने भी चेतावनी दी है कि तुर्की में पानी के भंडार 15 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुके हैं.
किसान सबसे बड़े शिकार
धरती के इस भयानक धंसाव ने किसानों को बर्बाद कर दिया है. ड्रोन फुटेज में साफ दिखता है कि कई सिंकहोल्स पूरे खेत को निगल गए हैं. किसान बताते हैं कि पूरी फसल अचानक गायब हो जाती है और ज़मीन का वह हिस्सा स्थायी रूप से खेती लायक नहीं रहता. यही कारण है कि सरकार अब अवैध बोरवेल को रोकने में लगी हुई है.
तुर्की की यह घटना सिर्फ एक क्षेत्रीय समस्या नहीं है, बल्कि दुनिया के अन्य सूखाग्रस्त और कृषि प्रधान क्षेत्रों, जैसे भारत, अमेरिका के फ्लोरिडा और चीन के शानक्सी प्रांत के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है.