Jabalpur की हल्दी का स्वाद चखेगा रूस, मसाला कंपनी से मिला 15 क्विंटल का ऑर्डर, जनवरी में रवाना होगी पहली खेप
Jabalpur News: हल्दी मसाले की शान कहीं जाती है. अपने खास औषधीय गुणों की वजह से हल्दी की मसालों में एक खास पहचान है. इसमें खास एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. इन्हीं सब कारणों से हल्दी की डिमांड हमेशा बनी रहती है. इसी को देखते हुए आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर हल्दी को जबलपुर के किसान ने ऑर्गेनिक पद्धति से उगाया जा रहा है. ये एक सेलम प्रजाति की आर्गेनिक हल्दी है, जो अब रूस की राजधानी मॉस्को में भी खाने का स्वाद बढ़ाएगी.
जबलपुर की हल्दी का स्वाद चखेगा रूस
किसान अंबिका प्रसाद पटेल जिन्होंने ऑर्गेनिक खेती में ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसकी गूंज रूस तक सुनाई दे रही है. जबलपुर की धरती पर उगी ऑर्गेनिक हल्दी का स्वाद अब रूस के लोग भी लेने जा रहे हैं. जिले के हिनौता गांव के किसान अंबिका पटेल ने बताया कि उन्होंने सेलम प्रजाति की हल्दी की खेती 4 एकड़ में की है. जिसका सैंपल उन्होंने मॉस्को की एक मसाला कंपनी को भेजा है. कंपनी ने उन्हें 15 क्विंटल का ऑर्डर दिया है.
पहली खेप जनवरी में भेजी जानी है. अंबिका पटेल ने बताया कि सामान्य हल्दी की कीमत बाजार में 150 से 200 रुपये किलो है. वहीं आर्गेनिक हल्दी जो उन्होंने तैयार की है उसकी कीमत थोक में करीब 400 रुपये से 600 रुपये किलो के बीच है.
आर्गेनिक हल्दी की विदेश में डिमांड
किसान अंबिका ने बताया कि जबलपुर की आर्गेनिक हल्दी की डिमांड विदेशों में उपयोग हो रहे मसालों में सबसे अधिक है. इस कारण अब शहडोल के किसानों के समूह के साथ मिलकर हल्दी का रकबा बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. करीब 200 हेक्टेयर में इसकी खेती को लेकर किसानों के साथ चर्चा चल रही है. अंबिका पटेल ने बताया कि सेलम प्रजाति की आर्गेनिक हल्दी को मध्य प्रदेश राज्य जैविक प्रमाणीकरण द्वारा जैविक प्रमाणीकृत किया जा चुका है.
लैब में टेस्ट के बाद हल्दी की क्वालिटी के लिए करक्यूमिन की मात्रा 5 से 7 प्रतिशत पाई गई है. ऑयल की मात्रा 4-5 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए वो उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रहे हैं.