Bihar Politics: फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज, RJD ने विधायकों को तेजस्वी के आवास पर रोका, JDU ने बुलाई बैठक
Bihar Politics: फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि RJD ने विश्वास मत से पहले अपने सभी विधायकों को पटना में ‘नजरबंद’ कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, राजद के सभी विधायक फिलहाल तेजस्वी यादव के सरकारी आवास 5 देश रतन मार्ग पर ही हैं.
बता दें कि दिन में तेजस्वी के आवास पर 3 घंटे तक आरजेडी की बैठक चली. इसके बाद विधायकों को तेजस्वी के देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर रोका गया. विधायक के लगेज को आवास में भेजा जा रहा है. उधर, फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार कांग्रेस के विधायक हैदराबाद पहुंच चुके हैं. विधायकों के टूटने की आशंका के चलते उन्हें हैदराबाद भेजा गया है. बीते दिनों दिल्ली में प्रदेश के कांग्रेस विधायकों की एक बैठक भी हुई थी. इसमें 19 में से 17 विधायक शामिल हुए थे. इसके बाद बिहार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद पहुंचे थे.
#WATCH | Bihar | Luggage of RJD MLAs being brought to the official residence of party leader and former Deputy CM Tejashwi Yadav in Patna. A meeting of RJD MLAs and MLAs of mahagathbandhan was held here this evening ahead of the Floor Test. The leaders are reportedly staying back… pic.twitter.com/nrp212bYaJ
— ANI (@ANI) February 10, 2024
12 फरवरी को शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे नीतीश कुमार
दरअसल, एनडीए में लौटने के करीब दो हफ्ते बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 12 फरवरी को विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे. कांग्रेस ने अपने विधायकों को पहले ही हैदराबाद शिफ्ट कर दिया है. फ्लोर टेस्ट से पहले राजनीतिक दलों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उनके विधायक ‘रिसॉर्ट पॉलिटिक्स’ के शिकार न हो जाएं. कहीं न कहीं इसी लिए जेडीयू और आरजेडी अपने-अपने विधायकों को सहेजने में जुट गई है. जेडीयू ने 11 फरवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई है.
फिर से पलट गए थे नीतीश कुमार
243 सदस्यीय विधानसभा में 128 विधायकों वाले एनडीए की नैया पार लगने की संभावना है. महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस और वाम दलों के पास 114 विधायक हैं. विधानसभा में 79 विधायकों के साथ राजद सबसे बड़ी पार्टी है. 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने महागठबंधन गठबंधन छोड़ दिया और एनडीए में फिर से शामिल हो गए.
इस बीच, कांग्रेस के 19 में से 16 विधायक संभावित खरीद-फरोख्त के प्रयासों से बचने के लिए 4 फरवरी को हैदराबाद चले गए और शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले 11 फरवरी को पटना लौट आएंगे.