Bhopal: सीएम सचिवालय में चौथी बार बड़ा फेरबदल, क्या राजौरा बनेंगे मुख्य सचिव? मंडलोई पर मोहन सरकार का सबसे ज्यादा भरोसा
नीरज मंडलोई और राजेश राजौरा (फाइल तस्वीर)
Bhopal News: मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सचिवालय के साथ-साथ कई विभागों के प्रमुख सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के तबादले बीते दिन किए हैं. इनके तबादलों से मायने निकाले जा रहे हैं कि अभी तक सीएम सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे राजेश राजौरा क्या आने वाले दिनों में मुख्य सचिव के प्रबल दावेदार हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय से हटाया गया है. उनके पास सिर्फ जल संसाधन विभाग और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी है.
नीरज मंडलोई को सीएम सचिवालय की जिम्मेदारी
इन तबादलों में सबसे ज्यादा भरोसा नीरज मंडलोई पर जताया गया है. नीरज मंडलोई मोहन सरकार में अभी तक सबसे ज्यादा प्रमुख विभागों में पदस्थ रहे हैं. ऊर्जा विभाग से लेकर नगरीय प्रशासन विभाग में प्रमुख सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. अब उनके पास मुख्यमंत्री सचिवालय की जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री सचिवालय में नीरज मंडलोई को अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया है.
अभी तक सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थ रहे संजय दुबे को नगरीय प्रशासन विभाग में भेजा गया है. संजय दुबे की जगह संजय शुक्ला को सामान्य प्रशासन विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है. पिछले डेढ़ साल के भीतर दोनों ही अधिकारियों के दो-दो बार ट्रांसफर दूसरे विभागों में हुए हैं.
राजौरा को हटाने के दो बड़े कारण
मुख्य सचिव के साथ सामंजस्य कम: मध्य प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ डॉ राजेश राजौरा के कोऑर्डिनेशन कम होने की बात मंत्रालय में कई बार निकाल के सामने आई है. यही वजह है की मुख्य सचिव चाहते थे कि मुख्यमंत्री सचिवालय से डॉ राजेश राजौरा से जिम्मेदारी वापस ले ली जाए. मुख्यमंत्री हालांकि इस बात में सहमत नहीं थे. बीते दिनों दोनों के बीच बात हुई और राजौरा को मुख्यमंत्री सचिवालय से बाहर जाना पड़ा. हालांकि उनके पास जल संसाधन विभाग और एनवीडीए बरकरार है.
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नोटशीट पर देरी: मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्य रहे डॉक्टर राजेश राजौरा पर कई जनप्रतिनिधियों ने आरोप पहले भी लगे कि वह उनकी नोटशीट पर ध्यान नहीं देते हैं और मुख्यमंत्री तक पहुंचने वाली ए प्लस में की नोट शीट काफी लंबे समय तक पड़ी रहती है.
मुख्य धारा में लौटे कई अधिकारी
मत्स्य विभाग में पदस्थ डीपी आहूजा का वनवास तबादले के साथ खत्म हुआ है. अब आहूजा सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव बनाए गए हैं. पिछले 11 महीने से वह लूप लाइन में पदस्थ थे. हालांकि आहूजा के आने के बाद सहकारिता विभाग में कई बदलाव भी आएंगे. मनमानी रवैया से काम करने वाले विभाग पर लगाम भी लगेगी.
वहीं निशांत बडवड़े से उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी छीन ली गई है. उन्हें कृषि विभाग में सचिव बनाया गया है. बीते दिनों उच्च शिक्षा विभाग में कई गड़बड़ियों के मामले उजागर हुए थे. जिसके बाद निशांत बड़वड़े को कृषि विभाग में पदस्थ किया गया है. हालांकि उन्हें हटाने की सिफारिश खुद उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मुख्यमंत्री से की थी.