MP News: इंदौर-भोपाल समेत 4 शहरों में मास्टर प्लान लागू करने की उठी मांग, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा – समयसीमा नहीं बता सकते
सिटी मास्टरप्लान (एआई फोटो)
MP News: मध्य प्रदेश टूरिज्म की एक टैग लाइन है एमपी अजब है, सबसे गजब है. यह सरकारी सिस्टम पर सही बैठती है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चल रही है. एक विधायक ने मंत्री से सवाल पूछा कि महोदय आप बताने की कृपा करेंगे कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर का मास्टर प्लान कब तक तैयार कर लिया जाएगा. मंत्री ने जवाब दिया जी हां, भोपाल विकास योजना 2005 से तैयार कर प्रभावशील है. इंदौर विकास योजना 2021 से प्रभावशील है. ग्वालियर विकास योजना 2023 से प्रभावशील है और जबलपुर विकास योजना 2021 से तैयार कर प्रभावशील है. यानी कि सब कुछ तैयार है, लेकिन आखिर यह मास्टर प्लान कब लागू होगा. यह मंत्री ने सवाल के जवाब में नहीं दिया. मंत्री ने कहा कि समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, भाजपा विधायक प्रीतम लोधी ने सरकार से पूछा की क्या नगरीय विकास आवास मंत्री बताने की कृपा करेंगे कि शहरों के मास्टर प्लान को कब तक लागू किया जाएगा. जिसके जवाब में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि विकास योजनाओं के विलोकन की कार्रवाई मध्य प्रदेश ग्राम निवेश अधिनियम 1973 के प्रावधानों के अंतर प्रचलन में है. लेकिन समय सीमा बताना संभव नहीं है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में चार बड़े शहरों के मास्टर प्लान तैयार हैं. सरकार कहती है कि हम जल्द ही मास्टर प्लान लेकर आएंगे, लेकिन आज तक तारीख तय नहीं हो पाई है. कभी जिला मुख्यालय से मामला मुख्य सचिव कार्यालय तक पहुंचता है लेकिन उसके बाद आज तक मास्टर प्लान लागू नहीं हो पाया है. भोपाल सहित चार बड़े शहरों में मास्टर प्लान के मुताबिक विकास जरूर हो गया है. जमीन की रेट भी तय हो गए हैं, लेकिन धरातल पर अब तक मास्टर प्लान नहीं आ पाया है.
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विरोध की वजह से टली तारीख
मध्य प्रदेश में 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने चार बड़े शहरों का मास्टर प्लान लागू करने की योजना बनाई. हालांकि, इसमें समय लगा. उसके बाद शिवराज सिंह चौहान की नेतृत्व वाली सरकार में मास्टर प्लान को लेकर कई बार बैठक हुई. फिर भी स्थानीय स्तर पर विरोध हुआ तो मास्टर प्लान लागू नहीं हुआ. मोहन सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कई बार दावा किया कि हम बड़े शहरों का मास्टर प्लान लेकर आएंगे लेकिन मास्टर प्लान से पहले मेट्रोपोलिटन सिटी तैयार करने का एक और नया फॉर्मूला निकाल दिया. बड़े शहरों को जोड़कर दिल्ली-मुंबई जैसी बसाहट तैयार की जाएगी लेकिन शहरों का मास्टर प्लान अभी अटका हुआ है.