MP News: त्योहारों पर पुलिस अधीक्षक अपने जिलों में नहीं करेंगे ड्यूटी, 22 सितंबर के बाद होगी वापसी

ये सभी पुलिस अधीक्षक 22 सितंबर के बाद अपने जिले में आएंगे. खास बात ये है कि इन जिलों में पहले भी काफी ज्यादा विवाद की स्थिति बनी है. इसके बाद भी पुलिस अधीक्षकों को ट्रेनिंग पर पुलिस मुख्यालय की तरफ से भेज दिया गया है.
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सांकेतिक तस्वीर.

MP News: मध्य प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस श्री कृष्ण जन्माष्टमी और गणेश उत्सव जैसे त्योहारों पर पुलिस अधीक्षक जिले में ड्यूटी पर नहीं रहेंगे. उनकी जगह अतिरिक्त प्रभार जिन्हें दिया गया है वह पुलिस अधीक्षक के रूप में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे. इनमें दो जिले खासे संवेदनशील माने जाते हैं. इन्हें रेंज से अधिक अतिरिक्त पुलिस बल गणेश उत्सव के दौरान दिया जाएगा. यह सभी पुलिस अधीक्षक 22 सितंबर के बाद अपने जिले में आएंगे. खास बात ये है कि इन जिलों में पहले भी काफी ज्यादा विवाद की स्थिति बनी है. इसके बाद भी पुलिस अधीक्षकों को ट्रेनिंग पर पुलिस मुख्यालय की तरफ से भेज दिया गया है.

हैदराबाद में इंडक्शन कोर्स करवाया जा रहा है

सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद में इन दोनों इंडक्शन कोर्स करवाया जा रहा है. इसके लिए मध्य प्रदेश से आठ आईपीएस अफसर ट्रेनिंग पर गए हैं. इन आठ आईपीएस अफसर में से 6 अफसर जिलों में पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ जबकि एक अफसर बटालियन और एक अन्य अफसर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में एसपी है. इंडक्शन कोर्स करने के लिए झाबुआ एसपी पदम विलोचन शुक्ला, एसपी अलीराजपुर राजेश व्यास, एसपी छिंदवाड़ा अजय पांडे, एसपी मऊगंज दिलीप सोनी, एसपी बुरहानपुर देवेंद्र पाटीदार, एसपी सिवनी सुनील कुमार मेहता के अलावा 36 बटालियन के कमांडेंट अवधेश प्रताप सिंह और पीपीएस एसपी राजेंद्र वर्मा हैदराबाद स्थित ट्रेनिंग सेंटर में गए हुए हैं. इन सभी की ट्रेनिंग 4 अगस्त से शुरू हुई है और 12 सितंबर तक होनी है. राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बनने के बाद इंजेक्शन कोर्स जरूरी होता है. इसलिए सभी पुलिस अधीक्षक ट्रेनिंग के लिए गए हुए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन जिलों में पहले दूसरे पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना करनी चाहिए थी. बाद में मौजूद ट्रेनिंग में जाने वाले अधिकारियों को रिलीव किया जाना चाहिए, लेकिन रिलीव करने के बाद भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को चार्ज दिया गया है. इससे कानून व्यवस्था में दिक्कत हो सकती है.

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ये जिले हैं संवेदनशील

जिन जिलों के पुलिस अधीक्षकों को ट्रेनिंग पर भेजा गया है. वहां कमांडेंट स्तर के अफसरों को अतिरिक्त प्रभार पुलिस अधीक्षक का दिया गया है. अगस्त और सितंबर का महीना त्यौहारी कहलाता है. दोनों ही महीने में रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, गणेश उत्सव जैसे त्योहार आते हैं. प्रदेश के बुरहानपुर और सिवनी संवेदनशील जिला माना गया है. यहां पर त्योहारों के दौरान अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था पुलिस मुख्यालय की ओर से कराई जाती है. फिर भी इन जिलों के पुलिस अधीक्षक को ट्रेडिंग में भेज कर पुलिस मुख्यालय ने एक अजीबोगरीब फैसला लिया है.

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