UPI में होने वाला है बड़ा बदलाव, PIN भूल गए तो भी कर सकेंगे अब सेकंडों में पेमेंट, जानिए कैसे

UPI Payment Rule Change: बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन से यूपीआई लेनदेन में धोखाधड़ी का खेल लगभग बंद हो जाएगा. अब पिन चोरी या शेयर करना कोई खतरा नहीं होगा, क्योंकि फिंगरप्रिंट और चेहरे की पहचान की नकल करना नामुमकिन है.
UPI Payment Rule Change

UPI पेमेंट नियम में होगा बदलाव

UPI Payment Rule Change: एनपीसीआई नई सुविधा लाने जा रहा है, जिससे डिजिटल लेनदेन और भी तेज़, आसान और सुपर सिक्योर हो जाएगा. अब पैसे भेजने के लिए पासवर्ड याद रखने की जरूरत भी नहीं होगी, आपका फिंगरप्रिंट या फेस आईडी ही सब काम करेगा. ये बदलाव आपके ऑनलाइन पेमेंट के एक्सपीरियंस को पूरी तरह बदलने वाला है.

UPI में अब पिन की झंझट खत्म

UPI अपने यूजर्स के लिए ला रहा है एक बेहतरीन और सुपर आसान पेमेंट अनुभव. सूत्रों के अनुसार, अब अगर आप पिन भूल भी जाएं, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं. अब फेस आईडी और फिंगरप्रिंट की मदद से मिनटों में पेमेंट किया जा सकेगा. यह नई सुविधा लेन-देन को और भी तेज़, आसान और सुरक्षित बनाने वाली है. डिजिटल पेमेंट का ये नया दौर हर यूजर के लिए गेमचेंजर साबित होगा.

इस दिन से लागू होगा नया नियम

रॉयटर्स के एक रिपोर्ट के अनुसार, आज 8 अक्टूबर 2025 से UPI ट्रांजैक्शन में इस नए बदलाव की शुरुआत की जा सकती है. इसके बाद इससे पेमेंट करने में पिन डालने की जरूरत खत्म हो जाएगी और यूजर्स फेस रिकग्निशन यानी चेहरे की पहचान या फिर अपने फिंगरप्रिंट के जरिए पेमेंट को ऑथेंटिकेट कर सकेंगे.

इसका मतलब है कि आपको हर बार PIN डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आधार डेटा द्वारा संचालित नया बायोमेट्रिक-बेस्ड ऑथेंटिकेशन, देश भर के लाखों यूपीआई उपयोगकर्ताओं के लिए लेनदेन को तेज, आसान और अधिक सुरक्षित बनाने में मददगार साबित होगा. 

आपका चेहरा ही बनेगा आपका नया PIN

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 8 अक्टूबर 2025 यानी आज से नया नियम लागू हो सकता है. यानी अब हर बार PIN डालने की झंझट खत्म हो जाएगी और आपका चेहरा या फिंगरप्रिंट ही पेमेंट की पहचान बनेगा. अगर ऐसा कहें तो गलत नहीं होगा कि अब आपका चेहरा ही आपका नया PIN बनेगा. आधार डेटा से जुड़ा ये बायोमेट्रिक-बेस्ड ऑथेंटिकेशन सिस्टम लाखों यूजर्स के लिए ट्रांजैक्शन को और तेज़, आसान और अल्ट्रा-सिक्योर बनाएगा.

पहचान करने के लिए UPI यहां से लेगा डेटा

आप सोच रहे होंगे कि ये UPI आपकी पहचान के लिए कहां से डेटा लेगा? आपको बता दें कि
डिजिटल पेमेंट्स के अब ट्रांजैक्शन को मंजूरी देने के लिए आधार में स्टोर आपका बायोमेट्रिक डेटा चेहरे की पहचान और फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करेगा. यह सुविधा RBI की नई गाइडलाइन के तहत संभव हुई है, जिससे डिजिटल लेन-देन अब पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और भरोसेमंद हो जाएगा.

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UPI धोखाधड़ी को अब कहें अलविदा

बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन से यूपीआई लेनदेन में धोखाधड़ी का खेल लगभग बंद हो जाएगा. अब पिन चोरी या शेयर करना कोई खतरा नहीं होगा, क्योंकि फिंगरप्रिंट और चेहरे की पहचान की नकल करना नामुमकिन है. इसका मतलब साफ है कि धोखाधड़ी पर लगाम लग जाएगी. यही नहीं इस बदलाव कोडिजिटल पेमेंट्स का क्रांतिकारी कदम कहा जा रहा है, जो सभी यूजर्स को सुरक्षित महसूस कराएगा.

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