MP News: भोपाल के हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने दुर्लभ बीमारी “न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर” का किया इलाज, 39 साल के युवक की बचाई जान

MP News: न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर लगभग प्रति 10 लाख लोगों में से लगभग 2 से 8 लोगों में पाया जाता है.
hamidiya hospital

डॉक्टरो ने युवक के ट्यूमर जटिल आपरेशन करके उसकी जान बचाई.

Bhopal News: भोपाल के हमीदिया अस्पताल के डाक्टरों को बड़ी बीमारी का इलाज करने में सफलता मिली है. दरअसल डाक्टरों ने गंभीर बीमारी न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज किया है. पूरा मामला सीहोर जिले से जुड़ा हुआ है. यहां के रहने वाले 39 साल के युवक को यह गंभीर बीमारी थी. उसे पिछले पांच साल से सिर दर्द, बहुत ज्यादा पसीना आना, घबराहट के साथ दिल की धड़कन तेज हो जाने की शिकायत थी. हालांकि कुछ समय के बाद अपने यह आप ठीक भी हो जाती थी. हॉस्पिटल में जांच के दौरान इस गंभीर बीमारी का पता चला.

CT- SCAN की जांच में हुआ खुलासा

बता दें कि परिजनों ने युवक को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने जब मरीज की सीटी स्कैन जांच की तो ट्यूमर का पता चला. इसके साथ ही युवक के शरीर में यूरिन एवं प्लाज्मा मेटनक्लीनेस लेवल काफी बढ़े हुए थे. फेयोक्रोमोसाइटोमा एड्रीनल ग्रंथि का एक न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है, जो एक दुर्लभ बीमारी है.  अनुमान से यह बीमारी प्रति 10 लाख लोगों में से लगभग बमुश्किल 2 से 8 लोगों में पाया जाता है. इनमें से लगभग 15 प्रतिशत मामले कैंसर के होते हैं. इस बीमारी की वजह से रोगियों में आम तौर पर सिरदर्द, बहुत ज्यादा पसीना आना और दिल की धड़कन का तेज हो जाना और फिर में एक घंटे के भीतर स्थिति सामान्य हो जाती है.

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फेयोक्रोमोसाइटोमा का ऑपरेशन जटिल, जा सकती है मरीज की जान

इस बीमारी का इलाज जटिल ऑपरेशन है. वहीं ऑपरेशन के दौरान रक्तचाप बढ़ व घट सकता है, जिसके कारण ऑपरेशन के दौरान एवं बाद में मरीज की जान को खतरा रहता है. मरीज की स्थिति को देखते हुए सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने का फैसला किया. फिर डॉ. महिम कोशरिया, डॉ. विजय टेकाम, डॉ. ज्योति मारन, डॉ. निखिल, डॉ. कशिश, डॉ. राज एवं सिस्टर भावना को टीम में शामिल कर मरीज का न्यूरोइंडक्रिन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया. इसके साथ ही एनेस्थीसिया टीम में डॉ. आरपी कौशल, डॉ. जयदीप सिंह एवं डॉ. श्वेता श्रीवास्तव शामिल रहे.

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