कुर्मी, कोरी, भूमिहार और यादव…नीतीश के कैबिनेट में ये कैसा फॉर्मूला?

Nitish Cabinet: बीजेपी से अतिपिछड़ा वर्ग का बड़ा चेहरा डॉ. प्रेम कुमार पिछली एनडीए सरकार में भी मंत्री थे.
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Nitish Cabinet: सीएम पद से इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए के समर्थन से रिकॉर्ड नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश कुमार के साथ, जेडीयू और भाजपा के 3-3 नेताओं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष संतोष सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली.

नीतीश कुमार ने इससे पहले दिन में यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि ‘महागठबंधन’ और इंडिया गुट में उनके लिए “चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं. ” बता दें कि बिहार में जाति के महत्व को समझते हुए एनडीए की नई सरकार में नीतीश कुमार और बीजेपी ने सभी बड़ी जातियों के प्रतिनिधित्व को जगह दी है. इस बार तो नीतीश कैबिनेट में बीजेपी ने अपने 2 बड़े चेहरों सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम पद के लिए आगे किया है.

बिहार में किस जाति के बने कितने मंत्री?

दो कुर्मी
दो भूमिहार
एक राजपूत

एक दलित
एक अति पिछड़ा
एक कुशवाहा
एक यादव

नीतीश कुमार: सबसे पहले बात करते हैं बिहार के सीएम नीतीश कुमार की. नीतीश कुमार खुद कुर्मी जाति से आते हैं.

सम्राट चौधरी: वहीं कोरी समाज से आने वाले सम्राट चौधरी को इस बार बीजेपी ने आगे लाकर डिप्टी सीएम बनाने की रणनीति बनाई है. सम्राट चौधरी कोरी जाति से आते हैं. जातीय जनगणना के अनुसार बिहार में कोरी जाति करीब 4.21 प्रतिशत के करीब है.

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नीतीश सरकार में 8 मंत्री कौन हैं?

विजय चौधरी (जेडीयू)

नीतीश कुमार के सबसे करीबी लोगों में से एक चौधरी पिछली सरकार में वित्त मंत्री थे. उन्होंने नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में अलग-अलग विभाग संभाले हैं.

श्रवण कुमार (जेडीयू)

जेडीयू के कुर्मी नेता श्रवण कुमार पिछली सरकारों में भी मंत्री थे.

बिजेंद्र यादव (जेडीयू)

जेडीयू नेता बिजेंद्र यादव पिछली दोनों सरकारों में ऊर्जा मंत्री थे. यादव समाज को एकजुट करने के लिए एनडीए की सरकार में इन्हें जगह दी गई है.

सम्राट चौधरी (भाजपा)

राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी बीजेपी के दिग्गज नेता हैं, जिन्हें पिछले साल बिहार बीजेपी प्रमुख नियुक्त किया गया था. वह वर्तमान में भाजपा एमएलसी और विधान परिषद में पार्टी के नेता हैं. चौधरी बिहार के नए उपमुख्यमंत्री हैं.

चौधरी 2018 में भाजपा में शामिल हुए. उनके पिता, शकुनी चौधरी, एक पूर्व सैनिक से नेता बने पूर्व सांसद थे. भाजपा में शामिल होने से पहले, चौधरी 2014 तक राजद से जुड़े थे और उसके बाद वह जदयू के साथ थे.

विजय सिन्हा (भाजपा)

जब महागठबंधन सरकार थी तब वह बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता थे. सिन्हा बिहार के नये उपमुख्यमंत्री हैं. वह 2010 से भाजपा के सदस्य और लखीसराय निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं.

डॉ प्रेम कुमार (भाजपा)

बीजेपी से अतिपिछड़ा वर्ग का बड़ा चेहरा डॉ. प्रेम कुमार पिछली एनडीए सरकार में भी मंत्री थे.

संतोष सुमन (HAM)

संतोष सुमन बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे हैं. वह हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. वह महादलित समुदाय (एससी) से हैं.

वहीं इसके अलावा प्रेम कुमार जो कि कहार जाति से आते हैं. उनको भी बिहार कैबिनेट में जगह मिल रही है. इसके साथ ही यादव वोट बैंक को देखते हुए यादव कोटे से विजेंद्र यादव को भी बिहार कैबिनेट में जगह दी गई है. वहीं दलित समाज के वोटरों को साधने के लिए HAM नेता और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को भी कैबिनेट में जगह दी गई है.

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