MP News: Jabalpur में पिछले 24 घंटे से सफाई व्यवस्था पूरी तरीके से ठप, सफाई कर्मचारियों ने की हड़ताल
MP News: जबलपुर में पिछले 24 घंटे से सफाई व्यवस्था पूरी तरीके से ठप है क्योंकि शहर के सैकड़ो सफाई कर्मचारियों ने वेतन न मिलने की वजह से हड़ताल कर दी है. जिसकी वजह से पूरे शहर में जगह-जगह कचरा का अंबार लग गया है सफाई व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है नाराज सैकड़ो कर्मचारियों ने स्मार्ट सिटी दफ्तर का घेराव कर दिया.
3 महीने से नहीं मिला वेतन
दरअसल, जबलपुर शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था में लगे कचरा गाड़ी के ड्राइवर हेल्पर और सफाई कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से कर्मचारियों को धैर्य टूट गया और उन्होंने हड़ताल कर दी. सैकड़ो की संख्या में सफाई कर्मचारियों ने स्मार्ट सिटी दफ्तर का घेराव कर दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 3 महीनो से उन्हें वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उन्हें परिवार में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी के अधिकारियों से जब बातचीत की जाती है तो उनका कहना है कि नगर निगम पैसा नहीं दे रहा है और नगर निगम के अधिकारियों के पास आते हैं तो उनका कहना है कि ठेका कंपनी को पैसा दे दिया गया है ऐसे में केवल सफाई कर्मचारियों को ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का साफ कहना है कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलेगा तब तक वह सफाई व्यवस्था का काम शुरू नहीं करेंगे.
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नगर निगम कमिश्नर से मिले कर्मचारी
स्मार्ट सिटी के दफ्तर पहुंचे सैकड़ो की संख्या में सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव से मुलाकात की. मुलाकात के बाद कमिश्नर ने कहा कि वह लिखित में ज्ञापन दें इसके बाद उनकी समस्या का निराकरण कर दिया जाएगा. नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव का कहना है कि ठेका कंपनी और नगर निगम के बीच यह हुआ है कि ठेका कंपनी को कर्मचारियों का वेतन समय पर देना है और इसके लिए कम से कम 3 से 4 महीने का बैकअप प्लान भी बनाकर रखना है लेकिन ठेका कंपनी ने आखिरकार कर्मचारियों को वेतन क्यों नहीं दिया इसकी जांच पड़ताल भी की जाएगी.
इधर जबलपुर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का राजनीति भी होने लगी है कांग्रेस पार्षदों ने नगर सत्ता पर सफाई कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाया और कांग्रेसी पार्षद शहर से कचरा गाड़ियों को लेकर महापौर दफ्तर पहुंचे जहां महापौर कार्यालय के सामने ही कचरे का ढेर लगा दिया. कांग्रेसी पार्षदों ने नगर सत्ता और महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.