MP News: दिग्विजय सिंह पर जमकर बरसे महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी, बोले- ‘कुछ लोग धर्म और राष्ट्र के विरोधी होते हैं’

MP News: महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि यहीं नहीं रुके बल्कि केदारनाथ धाम की तर्ज पर दिल्ली में बन रहे दूसरे केदारनाथ धाम को लेकर भी उन्होंने तीखा हमला बोला.
Mahamandaleshwar Swami Prabodhanand Giri Maharaj attacked former Chief Minister Digvijay Singh.

महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हमला बोला.

MP News: हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं धर्म संसद हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज जबलपुर पहुंचे, जहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए वह कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं शंकराचार्य पर जमकर बरसे.

कुछ लोग धर्म और राष्ट्र के विरोधी होते हैं

मीडिया से चर्चा करते हुए जब उनसे पूछा गया कि दिग्विजय सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं और हिंदुओं को भड़काने वाली शिक्षा कहा है तो प्रबोधा नंद गिरी महाराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह पागल हो गया है. गधे की लात और दिग्विजय सिंह की बात का कोई भरोसा नहीं कुछ लोग धर्म और राष्ट्र के विरोधी होते हैं अब उनके पास कुछ नहीं बचा और उनकी हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी है.

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केदारनाथ स्वयंभू शिवलिंग, उसकी कॉपी नहीं की जा सकती

महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि यहीं नहीं रुके बल्कि केदारनाथ धाम की तर्ज पर दिल्ली में बन रहे दूसरे केदारनाथ धाम को लेकर भी उन्होंने तीखा हमला बोला. स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने कहा कि केदारनाथ में स्वयंभू शिवलिंग है उसकी कॉपी नहीं की जा सकती. लेकिन देश में विदेशी ताकते सक्रिय हैं और धर्म में भी विदेशी ताकतों का हस्तक्षेप हो रहा है. इस काम में निरंजनी अखाड़े के आचार्य कैलाशानंद की महत्वपूर्ण भूमिका है उन्होंने निरंजनी अखाड़े से मांग की है कि कैलाशानंद को निकाल देना चाहिए. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना गायब होने के बयान पर भी प्रबोधानंद गिरी ने उन्हें आड़े हाथों लिया.

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद पर बयान देते हुए प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि यह विदेशी षड्यंत्र है और शंकराचार्य अब झूठ शिरोमणि हो गए हैं. देश में साधुओं का भेष धारण करके सनातन की राह में रोड़ा अटकाने वाले लोग सक्रिय हैं. ऐसे लोगों को कालनेमि कहा जाता है देश में 70 शंकराचार्य घूम रहे हैं जबकि मठ केवल चार हैं इनकी भी जांच होना चाहिए और इन्हें हटाया जाना चाहिए.

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