राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

PM Modi

“बिहार के लोग बड़े तेजस्वी…”, ‘परीक्षा पे चर्चा’ के बीच PM मोदी ने ऐसा क्यों कहा?

पीएम मोदी ने टाइम मैनेजमेंट के मंत्र भी दिए. उन्होंने कहा, “आज का छात्र वही है जो अपने वक्त की क़ीमत समझे.” उन्होंने कहा कि परीक्षा का तनाव असल में हमारी मानसिकता का नतीजा है. अगर आप खुद को शांत रखते हुए अपना ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रित करें, तो तनाव अपने आप गायब हो जाएगा.

प्रतीकात्मक तस्वीर

जाट, पंजाबी, महिला या पूर्वांचली… दिल्ली का ‘सुलतान’ कौन? समझिए BJP में क्या चल रहा

27 साल बाद दिल्ली में सत्ता पाने के बाद बीजेपी इस बार बड़े फैसले लेने जा रही है. लेकिन सवाल यह है कि यह बड़ा फैसला किसके पक्ष में जाएगा? क्या बीजेपी दिल्ली में जाट, पंजाबी, पूर्वांचल, पहाड़ी, या महिला को मौका देगी?

केजरीवाल और राहुल गांधी

“कद्दू भी नहीं फोड़ पाई…”, कांग्रेस-AAP की आपसी लड़ाई ने BJP को दिलाई दिल्ली,’सामना’ में शिवसेना ने कसा तंज

अब बात करते हैं इंडिया गठबंधन के भविष्य की, जिसे दिल्ली चुनाव के बाद से लेकर कई बार सवालों के घेरे में देखा गया है. कांग्रेस और AAP के बीच के संघर्ष ने इस गठबंधन की एकजुटता और सामूहिक लक्ष्य को पूरी तरह से चुनौती दी है. जब दो प्रमुख दल आपस में लड़ रहे थे, तो भाजपा को इस लड़ाई में आसानी से फायदा हुआ और उसका राजनीतिक ग्राफ बढ़ा.

Maha Kumbh 2025

प्रयागराज से काशी ही क्यों जाते हैं अखाड़े और साधु-संत? जानिए इस धार्मिक यात्रा का रहस्य!

7 फरवरी से ही साधु-संतों का काशी की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. ये साधु-संत महाशिवरात्रि तक काशी के विभिन्न घाटों पर प्रवास करेंगे. इन घाटों का विशेष महत्व है, जैसे निरंजनी घाट, महानिरवानी घाट, जूना घाट आदि. यहां पर अलग-अलग अखाड़े के साधु-संत अपने-अपने नाम से प्रसिद्ध स्थानों पर ठहरते हैं और वहां भगवान शिव की आराधना करते हैं.

N. Biren Singh

मणिपुर के CM एन. बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा, राज्य में राजनीतिक हलचल तेज, क्या डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में है BJP?

एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा एक ऐसे समय में आया है जब मणिपुर विधानसभा सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. इस सत्र में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की अटकलें थीं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री और उनके कुछ मंत्रियों के इंफाल से बाहर जाने के बाद यह अफवाहें भी उड़ीं कि वे दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने गए हैं.

Rahul Gandhi

11 साल, 6 चुनाव और हर बार ‘खाली हाथ’…समझिए कांग्रेस का ‘दिल्ली ड्रामा’

Delhi Election Result: 11 साल, 3 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनावों के बाद भी कांग्रेस दिल्ली में अपनी पहचान क्यों नहीं बना पाई? अगर इस सवाल का जवाब ढूंढें तो जो सबसे पहले खड़ा होता है, वह है कांग्रेस की ‘आदतन गलती’ और नितांत निर्णय न लेने की बीमारी. दिल्ली चुनाव 2025 में एक […]

Delhi Election 2025

एक के बाद एक गलती करते गए केजरीवाल, BJP ने बना ली जीत की सीढ़ी…जानिए दिल्ली के दंगल में क्यों साफ हो गई AAP

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में अरविंद केजरीवाल की जीत के बाद उनका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था. वो सोचने लगे थे कि दिल्ली में अब उनकी पार्टी को कोई चुनौती नहीं दे सकता, क्योंकि कांग्रेस और बीजेपी दोनों को उन्होंने खारिज कर दिया था. लेकिन ये सोचते हुए वे भूल गए कि राजनीति में आराम करना, खतरनाक हो सकता है.

Lata Mangeshkar, Hridayanath Mangeshkar, pm modi

क्या है लता मंगेशकर के भाई को आकाशवाणी से निकालने की कहानी, जिस पर PM मोदी ने संसद में कांग्रेस को घेरा?

हृदयनाथ मंगेशकर का सपना छोटा सा था—किसी बड़े रेडियो स्टेशन में संगीतकार बनने का. 17 साल की उम्र में उन्हें ऑल इंडिया रेडियो में नौकरी मिल गई, और 500 रुपये मासिक वेतन उनके लिए किसी ख्वाब से कम नहीं था.

Apple

घर के सारे डिवाइसेस होंगे एक ही रिमोट से कंट्रोल, Apple ला रहा है बवाल वाली टेक्नोलॉजी

Apple ने इस टेक्नोलॉजी के लिए अब तक 95,000 से ज़्यादा पेटेंट दायर किए हैं, जिनमें से 78,104 अभी भी एक्टिव हैं. यानी यह Apple का बड़ा और दमदार कदम है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

2013 से लेकर 2025 तक…कितने सही साबित हुए चुनावी अनुमान? दिल्ली में EXIT ही EXACT नतीजे!

Exit Polls: मतदान के बाद एग्जिट पोल्स ने दिल्ली की राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है. AAP लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी की उम्मीदें लिए चुनावी मैदान में है, वहीं भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए 27 साल बाद एक बार फिर कोशिश करती नजर आ रही है. कांग्रेस भी इस त्रिकोणीय मुकाबले में अपनी खोई हुई साख को फिर से हासिल करने की जुगत में है.

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