जेपी नड्डा ने क्यों दी राहुल गांधी को बधाई? राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया दी. नड्डा ने आरोप लगाया कि यह कोई छिपी हुई बात नहीं है कि राहुल गांधी और उनके "परिवेशी तंत्र" शहरी नक्सलियों और 'डीप स्टेट' के साथ गहरे संबंध रखते हैं.
पार्टी के भीतर की दरारें कभी भी कोई संकेत नहीं देतीं, लेकिन जब ये फटती हैं, तो सारा सिस्टम झकझोर देती हैं. कांग्रेस पार्टी में विभाजन कोई नई बात नहीं थी. 1978 से लेकर अब तक, कांग्रेस पार्टी में कई बार टूट हुई.
भारतीय खिलाड़ियों का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए, ताकि भविष्य में ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता पर कोई सवाल न उठे. भारतीय ओलंपिक संघ ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ से इस मुद्दे पर शिकायत करने का फैसला लिया है, ताकि ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता बनाए रखी जा सके.
कांग्रेस पार्टी के इस नए मुख्यालय में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ पार्टी की परंपरा और इतिहास का संगम देखा जा सकता है. इमारत की डिज़ाइन से लेकर इंटीरियर्स तक, हर पहलू में कार्यकुशलता और आधुनिकता का ध्यान रखा गया है.
नीतीश कुमार के लिए यह मान लेना कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने देंगे, इतना आसान नहीं है. नीतीश कुमार की अपनी राजनीतिक स्थिति और बीजेपी के साथ उनका गठबंधन इस सवाल का जवाब तय करेगा कि क्या तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनने का सपना सच हो पाएगा या नहीं.
हर्षा रिछारिया एक सोशल एक्टिविस्ट, इन्फ्लुएंसर और निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई साध्वी हैं. वे खुद को आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरी जी महाराज की शिष्य बताती हैं और वर्तमान में उत्तराखंड में रह रही हैं.
बीजेपी ने इस पूरे मामले को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है. पार्टी ने दावा किया कि जिस एनजीओ से आरोपी के पिता का संबंध था, उसने अफजल गुरु को फांसी दिए जाने का विरोध किया था. अफजल गुरु को 2001 के संसद हमले के मामले में दोषी ठहराया गया था और बाद में फांसी दी गई थी.
राजनारायण के आरोपों की अदालत में सुनवाई हुई और इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसले ने पूरे देश को चौंका दिया. 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी की रायबरेली सीट को अवैध करार दे दिया. अदालत ने यह पाया कि चुनाव प्रचार में सरकारी जीपों का इस्तेमाल और अन्य तरीके से चुनावी नियमों का उल्लंघन किया गया था.
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस सीट पर 17 जनवरी तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी होनी है, और फिर 5 फरवरी को चुनाव होगा. मिल्कीपुर का चुनाव न सिर्फ स्थानीय बल्कि राज्य की राजनीति में भी बड़ा बदलाव ला सकता है.
वीडियो में मां का कहना है, "लेडी के साथ गलत बोलने में तू ही अंदर जाएगा, चाहे मेरी सौ गलतियां हों, तेरी गलती पहले है." इससे यह साफ पता चलता है कि दोनों महिलाएं अपनी गलती को स्वीकार करने के बजाय सामने वाले को धमकाने में व्यस्त हैं.