Maha Kumbh 2025: पीएम ने आस्था की डुबकी संगम नोज पर लगाई. जहां पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलान होता है. पीएम ने डुबकी से पहले भगवान सूर्य को प्रणाम किया.
इस चुनावी घमासान में कई चर्चित चेहरे हैं, जो अपनी शिक्षा और अनुभव के आधार पर चुनावी मैदान में हैं. तो, क्यों न हम एक नज़र डालें उन नेताओं की शिक्षा पर, जिन्होंने दिल्ली के इस चुनावी माहौल में अपनी धाक जमाई है.
नई दिल्ली सीट इस बार राजनीति का सबसे बड़ा अखाड़ा बन चुकी है. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए यह सीट फंसी हुई है, क्योंकि उनके खिलाफ मुकाबला कर रहे हैं भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित. अब, इस सीट के वोटर्स की बात करें, तो यह वही इलाका है जहां बड़ी संख्या में केंद्रीय कर्मचारी रहते हैं, जिनके लिए हाल ही में केंद्र सरकार ने आठवें वेतन आयोग को लागू किया है.
बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में दिल्ली के सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी, और पार्टी का लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी यही सफलता दोहराने का है. बीजेपी का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण फैक्टर है.
Delhi Election 2025: दिल्ली 70 सीटों पर जारी मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा. इस दौरान दिल्ली के कई बड़े नेता वोट करने मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं. अब तक विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित कई बड़े नेताओं ने वोट डाला है.
क्या आप जानते हैं कि इस बार दिल्ली की विधानसभा चुनावी लड़ाई एक पुराने जोड़ीदार के बीच नहीं, बल्कि 'इंडिया' गठबंधन के खिलाफ चल रही है? ये गठबंधन पिछले लोकसभा चुनाव में साथ था, लेकिन इस बार उसकी 5 पार्टियां आपस में ही लड़ रही हैं.
इस चुनाव में मतदान के लिए दिल्ली में कुल 13,766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसके अतिरिक्त, 2,696 मतदान स्थल को अलग से तय किया गया है, ताकि पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो सके.
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 54.35% वोट मिले, AAP को 24.17% वोट मिले, और कांग्रेस को 18.91% वोट मिले थे. हालांकि, AAP और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन विधानसभा चुनाव में दोनों अलग-अलग चुनावी मैदान में हैं.
दिलचस्प यह है कि इस बार फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस पार्टी को चुनावी मुकाबले से बाहर होते हुए दिखाया है. पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस को लेकर बाजार के अनुमानों में हलचल बनी रहती थी, लेकिन इस बार कांग्रेस की स्थिति सट्टा बाजार में बेहद कमजोर मानी जा रही है.
अब, आप सोच रहे होंगे, “क्या खास है इसमें?” खैर, दिल्ली का मिडल क्लास अपनी मेहनत से खूब कमाता है, लेकिन टैक्स की चपत भी कम नहीं. इस बार, टैक्स स्लैब्स में बदलाव और छूट के जरिए बीजेपी ने इस वर्ग को अपना संदेश दिया है – हम तुम्हारे साथ हैं!