CG News: ‘फर्जी डॉक्टर’ के इलाज से हुई थी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मौत, CMHO ने अपोलो अस्पताल से मांगा जवाब

CG News: दमोह के मिशन अस्पताल में हार्ट सर्जरी के बाद सात मरीजों की मौत के मामले के तार बिलासपुर के अपोलो अस्पताल से जुड़ रहे हैं. फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जॉन केम पर आरोप है कि इन्हीं की लापरवाही से अपोलो अस्पताल में भी 7–8 मरीजों की जान गई थी, जिसमें दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल भी शामिल थे. 
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फर्जी डॉक्टर और पूर्व स्पीकर

Chhattisgarh: मध्यप्रदेश के दमोह के मिशन अस्पताल में हार्ट सर्जरी के बाद सात मरीजों की मौत के मामले के तार बिलासपुर के अपोलो अस्पताल से जुड़ रहे हैं. फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जॉन केम पर आरोप है कि इन्हीं की लापरवाही से अपोलो अस्पताल में भी 7–8 मरीजों की जान गई थी, जिसमें दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल भी शामिल थे. यह खुलासा खुद उनके बेटे प्रदीप शुक्ल ने किया है. इसके बाद CMHO ने अपोलो अस्पताल से जवाब मांगा है.

फर्जी डॉक्टर ने किया था राजेंद्र शुक्ल का इलाज

छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मौत का कारण भी इसी फर्जी डॉक्टर को बताया जा रहा है, परिजनों का आरोप है कि साल 2006 में अपोलो अस्पताल में कार्डियो के इलाज के दौरान राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मौत हुई है. राजेंद्र शुक्ल के बेटे प्रदीप शुक्ला का कहना है कि उनके पिता को साल 2006 में अपोलो में भर्ती कराया तो गया था उस समय इसी नरेंद्र विक्रमादित्य यादव नाम के फर्जी डॉक्टर ने पिता के सीने की सर्जरी की थी और इलाज के 20 दिन बाद उनकी मौत हो गई। इस खुलासे से के बाद छत्तीसगढ़ में यह चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि जिस वक्त राजेंद्र शुक्ल की मौत हुई उसे समय भाजपा की सरकार थी और मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपोलो अस्पताल को उनके बेहतर इलाज करने के बाद भी कही थी लेकिन इसके बावजूद उन्हें ठीक तरह से इलाज नहीं मिला और इसी फर्जी डॉक्टर की सर्जरी और चिकित्सा के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.

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परिजनों ने की जांच की मांग

राजेंद्र शुक्ल के परिजनों ने फिर से इस मामले को खोलने और न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं देखने वाली बात होगी कि शासन प्रशासन का इस पूरे मामले में क्या स्टैंड रहने वाला है.

बता दें कि राजेंद्र शुक्ला बिलासपुर में पांच बार के विधायक थे। विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. भारतीय जनता पार्टी की एक सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर सालों से बीजेपी की सेवा की है. इसके अलावा उनके बेटे सुनील शुक्ला बतौर जज कम कर चुके हैं। डॉ प्रदीप शुक्ला प्रोफेसर है और उनका पूरा परिवार एक संभ्रांत समाज से आता है इसके बावजूद फर्जी डॉक्टर के फेर में फंस कर इन्होंने अपने पिता को खो दिया है.

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