Chhattisgarh: जानिए क्या होता है वित्त आयोग? छत्तीसगढ़ में आए 16वें वित्त आयोग के क्या है मायने
Chhattisgarh News: 16वां वित्त आयोग छत्तीसगढ़ आया हुआ है. यहां CM के साथ उनकी बैठक हुई, मंत्रियों के साथ बैठक हुई यहां तक कि विपक्ष में बैठी कांग्रेसी नेताओं से भी वित्त आयोग की बैठक हुई, लेकिन ये वित्त आयोग होता क्या है? ये 16 वां वित्त आयोग है, तो इससे पहले के वित्त आयोग यानि की पहले, दूसरे,तीसरे चौदहवें, पंद्रहवें वित्त आयोग ने क्या किया? वित्त आयोग के छत्तीसगढ़ आने के मायने क्या हैं?
ये वित्त आयोग क्या होता है?
वित्त आयोग को देश का सबसे ताकतवर और प्रभावशील आयोग माना जाता है. केंद्र से राज्यों को कितना बजट मिलना है, ये वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर ही तय होता है. सिर्फ इतना ही नहीं, केंद्र और राज्य सरकार के बीच अलग अलग टैक्स से होने वाली आय का बंटवारा भी वित्त आयोग की सिफारिश पर ही होता है. इसके अलावा भी केंद्र और राज्य के बजट, टैक्स इन सभी की रूपरेखा तय करना वित्त आयोग का ही काम है.
पहले वित्त आयोग का गठन साल 1951 में के.सी.नियोगी की अध्यक्षता में किया गया था. वित्त आयोग का गठन 5 साल में एक बार किया जाता है. जिससे कि केन्द्र और राज्यों के बीच तथा राज्यों और स्थानीय निकायों के बीच शुद्ध कर आय के वितरण के लिए एक फार्मूला तैयार किया जा सके. फिलहाल भारत में 15वें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर व्यवस्था चल रही है. जिसमें सेंट्रल टैक्स के 41 प्रतिशत हिस्से को राज्यों के साथ साझा किया जाता है.
16 वें वित्त आयोग क्या है?
16 वें वित्त आयोग का गठन 31 दिसंबर 2023 को किया गया, जिसके अध्यक्ष डॉक्टर अरविंद पनगढ़िया हैं, जो कि अपनी टीम के साथ छत्तीसगढ़ आए हुए हैं और आज बस्तर दौरे पर हैं. 16वां वित्त आयोग 31 अक्टूबर 2025 तक अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगा. जिसे 1 अप्रैल 2026 से आने वाले 5 सालों के लिए लागू किया जाएगा. यानि कि अभी जो छत्तीसगढ़ में वित्त आयोग ने देखा समझा, उनसे मांगा गया.ये सभी उनकी फाइनल रिपोर्ट में डाला जाएगा. ऐसे ही वित्त आयोग दूसरे राज्यों में भी जायेगा. जिसके आधार पर आगामी 5 सालों के लिए अपनी सिफारिशें देगा.
ये भी पढ़ें- गरियाबंद में वरमाला के समय सोने की चेन नहीं देने पर बारात वापस ले गया दूल्हा, दुल्हन ने थाने में की शिकायत
16 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष है, डॉक्टर अरविंद पनगढिया
16 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर अरविंद पनगढिया के बारे में भी थोड़ा बता दूं. अरविंद जी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे हैं. साल 2015 से 2017 के बीच नीति आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. कुल मिलाकर अर्थशास्त्र के बड़े जानकर माने जाते हैं. वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि देश के 28 राज्यों में केंद्रीय वित्त आयोग दौरा करेगा. छत्तीसगढ़ दौरा उनका दूसरा पड़ाव है, यानि की छत्तीसगढ़ दूसरा राज्य है जहां वित्त आयोग पहुंचा है. इसके बाद वित्त आयोग पंजाब राज्य जाएगा. सभी राज्यों में आंतरिक तौर पर चर्चाएं चल रही है. इस दौरान अलग अलग जन प्रतिनिधियों से भी आयोग चर्चा करने वाला है. जैसा कि मैने पहले ही कहा था कि सरकार के साथ विपक्ष से भी बात की जा रही है.
सीएम विष्णुदेव साय और उनके मंत्रिमंडल से मुलाकात पर डॉक्टर अरविंद ने कहा कुछ कहा है ये भी शॉर्ट में बता देता हूं. अरविंद जी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ ने अब तक अच्छा प्रोग्रेस दिखाया है. रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी को कैसे बढ़ाया जाएगा. इस पर चर्चा हुई है. छत्तीसगढ़ एक प्रोड्यूसिंग स्टेट है तो उसकी भरपाई कैसे की जाएगी इस पर भी विस्तृत चर्चा हुई है.
छत्तीसगढ़ को विशेष राज्य का दर्जा देने की हो रही मांग
छत्तीसगढ़ को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है. इससे राज्य को अतिरिक्त वित्तीय सहायता मिलेगी. राज्य के कई हिस्से नक्सल समस्या से जूझ रहे हैं ऐसे में इन इलाकों में भी विशेष सहायता और बजट की मांग की गई है. यही वजह है कि आज जब मैं आपको ये खबर बता रहा हूं, वित्त आयोग की टीम उस वक्त बस्तर में है. वहां की परिस्थितियों को समझने की कोशिश कर रही है.