3 साल में 17 हिट फिल्में, स्टारडम का पावर हाउस…एक ऐसा एक्टर जिसकी कार की धूल को भी माथे से लगाती थीं महिलाएं!
एक्टर राजेश खन्ना
Rajesh Khanna Stardom: आप सोचिए, किसी आदमी की एक झलक पाने के लिए लोग इतने पागल हो जाएं कि उसकी कार के टायर से निकली धूल को भी माथे पर लगा लें! यह कहानी किसी फिल्म की नहीं, बल्कि बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार राजेश खन्ना की है. 70 के दशक में उनका नाम किसी भगवान से कम नहीं था. राजेश खन्ना की एक मुस्कान और उनकी कार के टायर से निकली धूल तक को महिलाएं अपने माथे पर लगाती थीं, क्योंकि उन्हें लगता था कि यही एक तरह का आशीर्वाद है. क्या सच में ऐसा हुआ था? जी हां, बिल्कुल!
एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करते थे लोग
राजेश खन्ना ने बॉलीवुड में कुछ ऐसा किया था, जो शायद किसी और अभिनेता के लिए करना असंभव होता. 3 सालों में उन्होंने 17 सुपरहिट फिल्में दीं, जिनमें ‘आंधी’, ‘रूप तेरा मस्ताना’ और ‘सच्चा झूठा’ जैसी फिल्में शामिल थीं. उनकी फिल्मों को देखने के लिए फैंस पागल हो जाते थे, और उनकी एक झलक पाने के लिए लोग घंटों इंतजार करते थे.
एक किस्सा तो ये भी है कि जब राजेश खन्ना अपनी कार से बाहर निकलते थे, तो महिलाएं उनकी कार के टायर से निकली मिट्टी को अपनी हथेलियों पर लगा लेती थीं. फिर उसी मिट्टी को माथे पर लगा कर आशीर्वाद मानती थीं! हां, यह सच है. इस पागलपन के बीच, राजेश खन्ना के फैंस उनके स्टारडम को भगवान की तरह मानते थे.
‘आखिरी खत’ थी राजेश खन्ना की पहली फिल्म
लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजेश खन्ना का स्टारडम ऐसे ही नहीं बना था? वह 1966 में फिल्मों में आए थे, और उनका असली नाम था जतिन खन्ना, लेकिन उन्होंने इसे बदल कर राजेश खन्ना रख लिया. उनकी पहली फिल्म थी ‘आखिरी खत’, जो इतनी शानदार थी कि उस समय इसे ऑस्कर के लिए भी भेजा गया था!
राजेश खन्ना की सफलता की कहानी हर किसी को प्रेरित करती है, लेकिन उनका स्टारडम सिर्फ फिल्मी पर्दे तक ही सीमित नहीं था. वह असल जिंदगी में भी एक रोल मॉडल थे. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी इस बात का जिक्र किया कि उस वक्त राजेश खन्ना इतने बड़े स्टार थे कि उनके पास आना-जाना, उनसे मिलना, यह सब एक खास अनुभव माना जाता था.
यह भी पढ़ें: जाट, पंजाबी, महिला या पूर्वांचली… दिल्ली का ‘सुलतान’ कौन? समझिए BJP में क्या चल रहा
इस फिल्म में राजेश की जगह अमिताभ हुए कास्ट
हालांकि, राजेश खन्ना की राह में एक समय ऐसा भी आया जब अमिताभ बच्चन को ‘जंजीर’ जैसी फिल्म में लीड रोल मिला, जो उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई. अमिताभ बच्चन ने खुद बताया कि पहले राजेश खन्ना को ही इस फिल्म के लिए चुना गया था, लेकिन सलीम-जावेद के कहने पर फिल्म में उनकी भूमिका पक्की हुई. इस फिल्म ने अमिताभ के करियर को एक नई दिशा दी और वह बॉलीवुड के ‘एंग्री यंग मैन’ बन गए.
राजेश खन्ना भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके फैंस आज भी उन्हें याद करते हैं. वह न केवल फिल्मों के सुपरस्टार थे, बल्कि उन्होंने वह जादू भी किया था, जो आज तक किसी और के लिए मुमकिन नहीं हो पाया. उनका नाम बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में हमेशा रहेगा, और उनकी फैन फॉलोइंग आज भी वैसी ही है.