Bihar Politics: बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस और JDU में गोलबंदी तेज, BJP-RJD में भी बढ़ी हलचल
Bihar Politics: बिहार में 12 फरवरी को नई सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा. इस फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य में सियासी पारा हाई है. सभी दल अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में लगे हुए हैं. कांग्रेस ने चार दिन पहले ही अपने विधायकों को हैदराबाद पहुंचा दिया है. अब उन्हें रविवार की रात तक पटना लाया जाएगा. वहीं आरजेडी और जेडीयू खेमे में भी गोलबंदी तेज हो गई है और कुछ ऐसी हाल बीजेपी का भी नजर आने लगा है.
बिहार में सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को एकजुट रखने में पूरी तरह से जुटी हुई है. हालांकि विधायकों के खरीद-फरोख्त के अटकलों में भी खुब चल रही है. आरजेडी नेता लगातार बिहार में खेला होने का दावा कर रहे हैं. दूसरी ओर जेडीयू खेमे से भी ऐसे ही दावे हो रहे हैं. जबकि कांग्रेस के लिए अपनी विधायकों को एकजुट रखना एक चुनौती बनी हुई है. इन सबके बीच विधानसभा के मौजूदा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने इस्तीफा देने से मना करके सियासी माहौल को और हवा दे दी है.
तेजस्वी यादव का बयान बढ़ा रहा हलचल
एक ओर हर दल अपने विधायकों को एकजुट करने में लगा हुआ है तो दूसरी ओर कुछ विधायकों पर पार्टी की कड़ी नजर है और उन्हें संदेश के तौर पर देखा जा रहा है. पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान की चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही है. सरकार गिरने के बाद उन्होंने कहा था कि ‘खेला तो होगा’ अभी तो बिहार में खेला शुरू हुआ है. इस वजह से पटना से लेकर तेलंगाना तक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है.
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जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा फ्लोर टेस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनी है. विपक्ष को यह समझना चाहिए कि वे सीधे हमारे नेताओं और हमारी पार्टी से नहीं लड़ सकते. हम उन्हें करारा जवाब देंगे. हम सभी एनडीए के साथ हैं.