धनखड़ के इस्तीफे के बाद ‘हाय-हाय’ क्यों कर रही है कांग्रेस? निशिकांत दुबे ने जयराम रमेश को लपेटा!

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का यह कदम रणनीतिक हो सकता है. धनखड़ का इस्तीफा बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, और कांग्रेस इसे भुनाने की कोशिश में है. साथ ही, धनखड़ की किसान पृष्ठभूमि को देखते हुए कांग्रेस जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वह किसानों के साथ है.
Nishikant Dubey ON Jairam Ramesh

निशिकांत दुबे ने जय राम रमेश पर साधा निशाना

Jagdeep Dhankhar Resignation: भारतीय राजनीति में ड्रामे की कमी नहीं, और ताजा ट्विस्ट है कांग्रेस का उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को लेकर यू-टर्न. कभी धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (no-confidence motion) लाने वाली कांग्रेस अब अचानक उनकी हिमायती बन गई है. यह सब तब शुरू हुआ, जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक x पोस्ट में धनखड़ के इस्तीफे के बाद पीएम मोदी से उन्हें मनाने की गुहार लगाई. लेकिन इसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने जयराम रमेश को आड़े हाथों ले लिया.

आखिर क्या है माजरा ?

दिसंबर 2024 में शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की थी. विपक्ष का कहना था कि धनखड़ बीजेपी के पक्ष में फैसले ले रहे हैं. लेकिन अब, जब धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है, तो जयराम रमेश ने कहा कि उनका इस्तीफा देश और किसान समुदाय के लिए ठीक नहीं होगा. रमेश ने पीएम मोदी से अपील की कि वे धनखड़ को मनाएं. यह सुनकर बीजेपी भड़क गई.

निशिकांत दुबे का तंज

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले तो विपक्ष ने धनखड़ को अपमानित किया, उनकी किसान पृष्ठभूमि पर सवाल उठाए, और अब वही कांग्रेस उनके इस्तीफे पर आंसू बहा रही है. निशिकांत दुबे ने ‘एक्स’ पर लिखा, “फिल्म में कादर खान जी का रोल विपक्ष को चरितार्थ कर रहा है. कभी हटाने का प्रस्ताव लेकर आये थे, कम से कम व्यक्ति के स्वास्थ्य का तो ख्याल रखें.”

इस दौरान निशिकांत दुबे ने एक मीडिया आर्टिकल का हवाला देते हुए लिखा, “भारत के विपक्षी दलों ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ महाभियोग चलाने का प्रस्ताव रखा था. विपक्षी दलों ने उन पर संसद के उच्च सदन के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका में पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया था. देश के इतिहास में यह इस तरह का पहला कदम था.”

कांग्रेस का यू-टर्न?

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का यह कदम रणनीतिक हो सकता है. धनखड़ का इस्तीफा बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, और कांग्रेस इसे भुनाने की कोशिश में है. साथ ही, धनखड़ की किसान पृष्ठभूमि को देखते हुए कांग्रेस जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वह किसानों के साथ है. लेकिन बीजेपी इसे अवसरवादी राजनीति बता रही है. हालांकि, धनखड़ के इस्तीफे के बाद विपक्षी नेताओं ने इसकी टाइमिंग और वजहों पर सवाल उठाए हैं.

कांग्रेस सांसद नीरज डांगी ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “ये खबर बहुत चौंकाने वाली और हैरान करने वाली है. अचानक शाम को ये खबर आई कि धनखड़ साहब ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया. लेकिन हमें लगता है कि स्वास्थ्य की बात अचानक सामने आना सवाल उठाता है. पिछले सत्र में भी उनकी तबीयत खराब हुई थी, मगर वो तीसरे-चौथे दिन फिर लौट आए थे.”

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