JDU की प्रेस कॉन्फ्रेंस फुस्स, सवालों से भागे नेता…बिहार में ‘वक्फ बिल’ पर बवंडर अभी भी बरकरार!

वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष और मुस्लिम संगठन केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. बिहार में JDU के कई मुस्लिम नेताओं ने बिल का खुलकर विरोध किया था, कुछ ने तो इस्तीफे की धमकी भी दी. पार्टी हाईकमान ने सोचा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से सब ठीक हो जाएगा, लेकिन उल्टा नुकसान हो गया.
जेडीयू नेता

जेडीयू नेता

Waqf Amendment Bill: बिहार की सियासत में इन दिनों वक्फ संशोधन बिल को लेकर ऐसा बवंडर मचा है कि सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस बिल को संसद से पास कराने में JDU ने साथ दिया, लेकिन पार्टी के अपने मुस्लिम नेताओं का गुस्सा ठंडा नहीं पड़ रहा. डैमेज कंट्रोल के लिए शनिवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई, लेकिन ये तो ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ वाली कहावत चरितार्थ कर गई. सवाल शुरू हुए तो नेताओं ने माइक छोड़कर भागने में ही भलाई समझी.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हुआ ?

JDU ने अपने बड़े मुस्लिम चेहरों को मंच पर बिठाया. शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अफजल अब्बास, एमएलसी गुलाम गौस, पूर्व सांसद अशफाक करीम और सुन्नी वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष अंजुम आरा जैसे नाम शामिल थे. प्लान था कि ये नेता बिल के समर्थन में बोलकर पार्टी की एकजुटता दिखाएंगे. अंजुम आरा ने दावा भी ठोका कि JDU के 5 सुझाव बिल में शामिल कर लिए गए हैं, जैसे कि जमीन का मामला राज्य के पास रहेगा, पुरानी वक्फ संपत्तियों को हाथ नहीं लगेगा, और डिजिटल रजिस्ट्रेशन की समय सीमा बढ़ेगी. लेकिन जैसे ही पत्रकारों ने सवालों की बौछार शुरू की, माहौल बदल गया. बिल का विरोध करने वाले नेताओं से जब जवाब मांगा गया, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस अचानक खत्म.

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क्यों मचा है बवाल?

दरअसल, वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष और मुस्लिम संगठन केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. बिहार में JDU के कई मुस्लिम नेताओं ने बिल का खुलकर विरोध किया था, कुछ ने तो इस्तीफे की धमकी भी दी. पार्टी हाईकमान ने सोचा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से सब ठीक हो जाएगा, लेकिन उल्टा नुकसान हो गया. अब विपक्षी RJD ने मौके का फायदा उठाते हुए तंज कसा, “JDU ने अपने नेताओं को जबरदस्ती मंच पर बिठाया, लेकिन सच छुप नहीं सका.” जवाब में JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, “हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है, कोई जबरदस्ती नहीं हुई. बिल को लेकर गलतफहमियां दूर हो गई हैं.”

BJP का पलटवार

बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “RJD तो वोट बैंक की राजनीति के लिए विरोध करेगी ही. ये बिल गरीब मुस्लिमों, महिलाओं और पसमांदा समाज के हक में है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुप क्यों रहे?” दूसरी ओर, JDU के नेता नीतीश कुमार के भरोसे एकजुटता का दावा कर रहे हैं. एमएलसी खालिद ने कहा, “हम सब नीतीश जी के साथ हैं, कोई पार्टी नहीं छोड़ेगा.”

बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और वक्फ बिल का ये तमाशा सियासी माहौल को और गर्म कर रहा है. JDU की किरकिरी से विपक्ष को हमले का मौका मिल गया है, वहीं नीतीश कुमार की सेक्युलर छवि पर भी सवाल उठ रहे हैं. क्या JDU इस संकट से उबर पाएगी, या ये बवाल चुनावी नतीजों पर असर डालेगा? आने वाले दिन बिहार की सियासत का मजेदार रंग दिखाने वाले हैं.

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