राह चलते व्यक्ति को किया गिरफ्तार, अब हाई कोर्ट में दिल्ली पुलिस को मांगनी पड़ी माफी, जानें क्या है पूरा मामला

रअसल पुलिस ने घटना वाले दिन कोचिंग के बाहर SUV लेकर निकलने वाले मनुज कथूरिया को गिरफ्तार कर लिया था. आरोप था कि गाड़ी निकलने से पानी का प्रेशर बढ़ा और कोचिंग के अंदर पानी घुसा.
Delhi Coaching Incident

Delhi Coaching Incident

Delhi Coaching Incident: दिल्ली हाई कोर्ट में कोचिंग हादसे को लेकर सुनवाई हो रही थी. तभी कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि आप सड़क से गुजर रहे व्यक्ति को कैसे अरेस्ट कर सकते हैं? आपको माफी मांगनी चाहिए. हालांकि, अब अदालत में दिल्ली पुलिस ने माफी मांग ली है. दरअसल, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के राव IAS कोचिंग हादसे में आज हाई कोर्ट में दूसरी सुनवाई हो रही है. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि पुलिस का सम्मान तब होता है, जब आप अपराधी को गिरफ्तार करते हैं और निर्दोष को छोड़ देते हैं. अगर आप निर्दोष को गिरफ्तार करते हैं और दोषी को छोड़ देते हैं तो यह दुख की बात है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने माफी मांगी.

SUV वाले मनुज कथूरिया की हुई थी गिरफ्तारी

दरअसल,  पुलिस ने घटना वाले दिन कोचिंग के बाहर SUV लेकर निकलने वाले मनुज कथूरिया को गिरफ्तार कर लिया था. आरोप था कि गाड़ी निकलने से पानी का प्रेशर बढ़ा और कोचिंग के अंदर पानी घुसा. हालांकि, कार चला रहे मनुज को एक अगस्त को जमानत मिल गई थी. कुटुंब ट्रस्ट की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है. दरअसल दिल्ली के राव IAS कोचिंग के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भरने से 27 जुलाई को तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी.

यह भी पढ़ें: Wayanad Landslide: चौथे दिन सेना ने 4 लोगों को जिंदा निकाला, वायनाड लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या हुई 308, रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म

दिल्ली पुलिस ने पहले कोर्ट में क्या कहा?

मनोज कथूरिया की जमानत का विरोध करते हुए तर्क भी अजीब दिए गए थे. पुलिस की ओर से कहा गया कि सड़क पर जलभराव के बावजूद ड्राइवर ने कार की स्पीड कम नहीं की. पुलिस ने गाड़ी के मालिक को ‘मस्तीखोर’ करार दिया और कहा कि वह बारिश में मजे करने के लिए लापरवाही से गाड़ी चला रहा था.

हाईकोर्ट में एक और अजीब तर्क दिया गया कि ड्राइवर स्थानीय व्यक्ति है और उसे पता था कि कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में क्लास चलती है और वहां बाढ़ आने की संभावना रहती है. उसको पता था कि कोचिंग सेंटर के पास स्पीड में ड्राइव करने का यह सही समय नहीं है. हालांकि, सुनवाई के दूसरे दिन दिल्ली हाई कोर्ट ने साफ-साफ कहा कि इस हरकत के लिए दिल्ली पुलिस को माफी मांगनी चाहिए.

अब तक 7 लोगों की हुई है गिरफ्तारी

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़े 7 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया है. हालांकि इस घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है. इनमें से 6 लोगों का ताल्लुक कोचिंग संस्थान और इससे संबंधित बिल्डिंग के लोगों से है. इस मामले में राजनीति भी खूब हो रही है. बीजेपी ने आरोप लगाए हैं कि राज्य और एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार है. लेकिन तीन बच्चों की मौत ऐसे डूबने से हो गई. नाले की सफाई नहीं की गई. जगह-जगह जल भराव की समस्या है. आप सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

ज़रूर पढ़ें