Election Commission: आपत्तिजनक शब्दों पर निर्वाचन आयोग सख्त, सुप्रिया श्रीनेत और दिलीप घोष को कारण बताओ नोटिस जारी

Election Commission: निर्वाचन आयोग ने कंगना रनौत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए भाजपा सांसद दिलीप घोष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
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दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत (फाइल फोटो)

Election Commission: एक्ट्रेस कंगना रनौत और सीएम ममता बनर्जी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में निर्वाचन आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है. आयोग ने रनौत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए भाजपा सांसद दिलीप घोष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

जानकारी के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत और भाजपा सांसद दिलीप घोष से 29 मार्च तक जवाब मांगा है.

किसने क्या कहा था?

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्ट्रेस और मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ बेहद की आपत्तिजनक पोस्ट किया था. उन्होंने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर कंगना की तस्वीर लगाते हुए लिखा था- “क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?”

वहीं भाजपा सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को अपने पिता की पहचान करने के लिए कहा था. घोष ने कहा था- “ममता बनर्जी कभी खुद को गोवा की बेटी बताती हैं, कभी त्रिपुरा की बेटी. उन्हें पहले अपने पिता की पहचान करनी चाहिए.”

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कंगना बोलीं- हर महिला सम्मान की हकदार

सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट पर कंगना ने भी पलटवार किया था. उन्होंने सोशल मीडिया मंच X पर लिखा- “एक कलाकार के रूप में अपने करियर के पिछले 20 वर्षों में मैंने हर तरह की महिलाओं की भूमिका निभाई है. क्वीन में एक भोली लड़की से लेकर धाकड़ में एक आकर्षक जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में एक राक्षसी तक, रज्जो में एक वेश्या से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक. हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए, हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए… हर महिला अपनी गरिमा और सम्मान की हकदार है”

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