पाकिस्तान का नया पैंतरा: बिना हथियार वाले ड्रोन के बहाने साजिश, MEA ने खोली पोल
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस
MEA: 8 मई को पाकिस्तान ने भारत की कई जगहों पर ड्रोन से हमला किया. पाकिस्तान ने राजस्थान, जम्मू और पंजाब में कई जगहों पर हमला किया. भारत ने भी इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया. इस हमले को लेकर 9 मई को विदेश मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इसमें MEA की ओर बताया गया कि पाकिस्तान ने भारत के सुरक्षा ठिकानों का पता लगाने के मकसद से किए थे. संभावना है कि पाकिस्तान ने इस हमले में तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया था.
‘सैन्य ढांचे को निशाना’
विदेश मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस को ब्रीफ करते हुए विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया- ‘8 और 9 मई की रात में पाकिस्तान की सेना ने पूरे पश्चिमी सीमावर्ती इलाके में भारतीय हवाई क्षेत्र का कई बार उल्लंघन किया. इसके जरिए पाकिस्तान का मकसद सैन्य ढांचे को निशाना बनाना था.’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी कैलिबर हथियारों से फायरिंग भी की.’
‘पाकिस्तान का नया पैंतरा’
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के नए पैंतरे का खुलासा हुआ. पाकिस्तान ने बिना हथियार वाले ड्रोन भेजे थे. ड्रोन के मलबे की शुरुआती फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि ड्रोन तुर्की के ‘Assisguard Songar’ मॉडल थे, जिन्हें आमतौर पर निगरानी और सटीक हमलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
बड़े पैमाने पर ड्रोन घुसपैठ की कोशिश
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया- ‘अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर लेह से लेकर सिर क्रीक तक 36 स्थानों पर लगभग 300 से 400 ड्रोन और अन्य गैर-घातक तरीकों से घुसपैठ की कोशिश की गई. ज्यादातर ड्रोन हथियारों से लैस नहीं थे. इसका उद्देश्य भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमता की जांच करना और खुफिया जानकारी एकत्रित करना था. इसके अलावा पाकिस्तान का मकसद इस अटैक के जरिए लोगों के बीच दहशत फैलाना भी हो सकता है.’
भारत ने नाकाम की कोशिश
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया- ‘भारत ने इस हमले का करारा जवाब दिया. पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारत की ओर से चार पाकिस्तानी एयर डिफेंस साइट्स पर सशस्त्र ड्रोन भेजे गए, जिनमें से एक ड्रोन ने एक एयर डिफेंस रडार को नष्ट कर दिया. स्थिति उस समय ज्यादा गंभीर हो गई जब पाकिस्तान का एक सशस्त्र UAV (ड्रोन) बठिंडा के सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसे समय रहते नष्ट कर दिया गया.”