PM Modi Bhutan Visit: भारत में चुनावों के बीच भूटान पहुंचे पीएम मोदी, चीन को सीधी चेतावनी, जानिए क्यों खास है यह दौरा
PM Modi Bhutan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय भूटान की यात्रा पर राजधानी थिंपू पहुंचे हैं. पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब भारत में चुनावों की तारीख आ चुकी है. पीएम मोदी चुनाव प्रचार छोड़कर भूटान की यात्रा पर हैं, जिससे यह यात्रा और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. यह भारत की पड़ोसी प्रथम की नीति का यह सीधा उदाहरण भी है. बताते चलें कि पीएम मोदी ऐसे समय में भूटान पहुंचे हैं, जब चीन और भूटान अपनी सीमा से जुड़े मुद्दे सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे हैं.
ग्रे जोन युद्ध टूलकिट का इस्तेमाल कर रहा चीन
ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा हिमालय में चीन की ग्रे जोन युद्ध पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित करती है. बता दें कि ग्रे जोन युद्ध टूलकिट में चीन दूसरे देशों को दबाव में लाने के लिए सैन्य बलों का इस्तेमाल नहीं करता. चीन कानूनी, राजनीतिक, राजनयिक, आर्थिक और मनोवैज्ञानिक उपायों के जरिए दबाव बनाने का प्रयास करता है.
सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ा रहा है सैन्य क्षमता
रिपोर्ट के मुताबिक भूटान की संप्रभुता को कमजोर करने के लिए चीन सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य क्षमताओं को बढ़ा रहा है. बता दें कि साल 2017 में ऐसी खबर आई थी कि चीन ने सीमावर्ती इलाकों में गांव बसाने शुरू किए हैं. चीन भारतीय सीमा पर भी ऐसी ही चालबाजी करता है. चीन और भूटान के क्षेत्रफल में बहुत अंतर है, फिर भी चीन भूटान की संप्रभुता को कमजोर करने की कोशिश में लगातार लगा है.
भूटान के कई हिस्सों पर चीन का दावा
भूटान और चीन के बीच तीन क्षेत्रों को लेकर विवाद है. इनमें पूर्व में सकतेंग, उत्तर में बेयुल खेनपाजोंग और मेनचुमा घाटी और पश्चिम में डोकलाम, चरिथांग सिंचुलुंगपा, ड्रामाना और शाखाटो के कुछ हिस्से शामिल हैं. चीन का कहना है कि वह तथाकथित दावों में से 495 वर्ग किमी छोड़ देगा, जब जब भूटान पश्चिम में 269 वर्ग किमी का इलाका उसके नाम कर देगा.
सकतेंग पर चीन का नया दावा
बताते चलें कि चीन भूटान के उत्तर और पश्चिम के कुछ हिस्सों पर लंबे समय से दावा करता रहा है, लेकिन पूर्वी भूटान में सकतेंग पर चीन का दावा हाल में सामने आया है. द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 तक दोनों देशों की सीमावार्ता के 24 दौर की बातचीत में कभी भी चीन ने इसका मुद्दा नहीं उठाया था. वहीं इसके बाद जून 2020 में पहली बार चीन की ओर से सकतेंग को विवादित क्षेत्र घोषित किया गया.
पीएम मोदी को मिला भूटान का सर्वोच्च सम्मान
चीन की चालबाजी के बीच पीएम मोदी की यह यात्रा चीन को एक बड़ा संदेश है. चीन को इससे साफ संदेश जाता है कि भारत भूटान के पक्ष में हमेशा खड़ा है. शुक्रवार, 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू की. इस दौरान उन्होंने भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित भी किया गया.