चुनाव के बाद रील लाइफ में लौट तो नहीं जाएंगे अरुण गोविल? विस्तार न्यूज़ के साथ इंटरव्यू में दिया शानदार जवाब, पढ़ें बातचीत के प्रमुख अंश

अरुण गोविल मेरठ में समाजवादी पार्टी की दलित उम्मीदवार सुनीता वर्मा और बसपा के प्रत्याशी देवव्रत त्यागी के खिलाफ मैदान में हैं.
Arun Govil Interview

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Arun Govil Interview: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मेरठ समेत उत्तर प्रदेश की 8 संसदीय सीटों पर शुक्रवार सुबह 7 बजे से मतदान जारी है. अरुण गोविल मेरठ में समाजवादी पार्टी की दलित उम्मीदवार सुनीता वर्मा और बसपा के प्रत्याशी देवव्रत त्यागी के खिलाफ मैदान में हैं. इस सीट पर सबसे दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल रही है. रामायण सीरियल के राम और मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल से विस्तार न्यूज़ के डिजिटल हेड अमृत तिवारी ने खास बातचीत की है.

यहां पढ़िए अरुण गोविल के साथ बातचीत के प्रमुख अंश

सवाल: मेरठ लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण का मतदान चल रहा है. आप चुनावी राजनीति में अपना रुख कर चुके हैं. इस बार बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल मतदान की प्रक्रिया और विपक्षी दलों से ‘फाइट’ को कैसे देख रहे हैं?

जवाब: मतदान का प्रतिशत इस चरण में काफी अच्छा होगा. मैंने पांचों विधानसभा में खुद जाकर देखा है. इस चरण में वोटिंग की रफ्तार बढ़ी है. दूसरी बात. मैं किसी भी काम में फाइट जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता हूं.  मैं ये कहता हूं कि जब कॉम्पिटिशन में दो तीन लोग खड़े होते हैं तो हम अपना 100 फीसदी दें. मैंने और मेरी पार्टी बीजेपी ने अपना 100 % दिया है. रिजल्ट हमारे हक में होगा.

सवाल: रील लाइफ और रियल लाइफ में कितना अंतर है? राजनीति की डगर बहुत ही टेढ़ी होती है. क्या आपको चुनाव प्रचार के दौरान विरोधियों से कोई चैलेंज मिला?

जवाब: मैंने अभी तक चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी उम्मीदवारों के बारे में कुछ भी अनर्गल बातें नहीं कीं. वो जो कहते हैं वो उनका काम है…

सवाल: मेरठ में सपा ने जातीय समीकरण को देखते हुए सुनीता वर्मा को टिकट दिया. यहां इंडिया गठबंधन भी है. ऐसे में क्या आप इसे चुनौती मानते हैं?

जवाब: नहीं मैं इसे चुनौती नहीं मानता. इंडिया गठबंधन का मेरठ सीट पर कोई असर नहीं है.

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सवाल: आपने राम के चरित्र को जिया है. श्रीराम के समय में जो युद्ध हुआ वो एक नीति लेकर आगे बढ़े. अब राजनीति में क्या वो नीतियां मुमकिन हैं?

जवाब: जी हां… संस्कार हर क्षेत्र में होते हैं. सभी नेता नीतियों के आधार पर चलते हैं. आप पीएम मोदी को देख लीजिए. सीएम योगी को भी देख लीजिए.

सवाल: चुनाव के दौरान अभिनेता सक्रिय रहते हैं और चुनाव के बाद गायब हो जाते हैं? इस पर आपका क्या कहना है?

जवाब: ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. मैंने अपने क्षेत्र की जनता से वादा किया है कि मैं सक्रिय रहूंगा. मैं अपने जन्मभूमि को ही कर्मभूमि बनाऊंगा.

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