Bhopal: डिजिटल अरेस्ट कर 68.49 लाख की धोखाधड़ी का मामला, 10 आरोपी गिरफ्तार, टेलीग्राम पर बेचते थे बैंक खातों की डिटेल

Bhopal News: विशाल भट्ट और यशपाल को पुलिस ने राजस्थान के भीलवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से मोबाइल फोन और सिमकार्ड बरामद किए गए
police headquarter

पुलिस मुख्यालय

Bhopal News: भोपाल में डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर 68.49 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम ने राजस्थान के भीलवाड़ा से 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किए जा चुके हैं. साइबर ठग बैंक डिटेल इकट्ठा करके इसे टेलीग्राम पर किराए पर देते थे.

क्या है पूरा मामला?

इस मामले की कड़ी राजस्थान से जुड़ती है. राजस्थान के सवाई माधोपुर में रहने वाले राजेंद्र मीणा द्वारा फर्जी पते और दस्तावेजों के आधार पर AU स्मॉल फाइनेंस बैंक में करंट अकाउंट खुलवाया गया. AU स्मॉल फाइनेंस बैंक के कर्मचारी लोकेश सैनी ने बैंक खाता को गलत तरीके से वेरीफाई कर फर्जी पते और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक में खाता खोलने में मदद की. खाता धारक राजेन्द्र मीणा ने नमो नारायण नामक व्यक्ति को 1.50 लाख रुपये में बेच दिया.

आरोपी नमो नारायण मीणा द्वारा खाता धारक राजेन्द्र मीणा का करंट अकाउंट भीलवाडा के गुलाबपुरा के विशाल भट्ट को कमीशन पर बेचना बताया. बैंक खाते को आरोपी विशाल भट्ट ने अपने छोटे भाई यशपाल भट्ट के साथ मिलकर, बैंक खाते में हुए ट्रांजेक्शन का 15 से 20 फीसदी कमीशन लेकर टेलीग्राम पर सायबर ठगों को बेचा. इस प्रकार दोनों भाई विशाल भट्ट और यशपाल भट्ट खाता धारकों से बिचौलियों के माध्यम से बैंक खाता खरीदकर विदेशों में बैठे सायबर ठगों को टेलीग्राम पर बैंक खाते उपलब्ध कराते हैं.

ये भी पढ़ें: HC ने कहा- तय समय पर होगा एग्जाम, 2 हफ्ते में जवाब पेश करें, नहीं तो अधिकारियों पर लगेगा 15 हजार का जुर्माना

भोपाल में दर्ज कराई गई शिकायत

आवेदक द्वारा शिकायत की गई कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वयं को फेडेक्स कंपनी का कर्मचारी बताकर आवेदक के नाम से ड्रग का पार्सल मुम्बई से ताईवान भेजे जाने के सबंध में बताया. इसके बाद अन्य अज्ञात आरोपी द्वारा स्काइप पर कॉल कर स्वयं को क्राइम ब्रांच मुम्बई का DCP बताकर फरियादी के नाम का 200 mg MDMA ड्रग पार्सल पकडे जाने का डर दिखाकर व फरियादी को वीडियो कॉल पर ऑब्जर्वेशन में रखने के नाम पर (डिजीटल अरेस्ट कर) और मनी लॉन्ड्रिंग का झूठा आरोप लगाकर फरियादी के साथ 68.49 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधडी की गई.

धोखाधडी की शिकायत आवेदक द्वारा सायबर क्राइम ब्रांच भोपाल में की गई. पुलिस बीएनएस की धारा 419, 420 और 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

कई सिम कार्ड और मोबाइल बरामद

विशाल भट्ट और यशपाल को पुलिस ने राजस्थान के भीलवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से मोबाइल फोन और सिमकार्ड बरामद किए गए. इससे पहले पुलिस 8 आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है.

ये भी पढ़ें: मुरैना में 3 पपीज को मार डाला, मां-बेटे ने मिलकर डंडे और लात से पीटा; फीमेल डॉग की भी लाश मिली

ये अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे

भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव एवं पुलिस उपायुक्त (अपराध) अखिल पटेल के द्वारा दिये गये निर्देश के पालन में एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान (अपराध) व सहायक पुलिस आयुक्त श्री सुजीत तिवारी (सायबर) एवं प्रभारी निरीक्षक सुनील मेहर (सायबर) जांच में टीम में शामिल रहे.

साइबर ठगों ने 150 बैंक खाते बेचे

आरोपी विदेश में बैठे साइबर ठगों को टेलीग्राम के जरिए बैंक अकाउंट की डिटेल बेचते थे. तकरीबन 150 अकाउंट्स के साथ ऐसा कर चुके थे. आरोपी पिछले 4 साल से खातों को बेचने का काम करते थे. आरोपी सायबर ठगों से क्रिप्टो करंसी (USDT) के माध्यम से अपना हिस्सा लेते थे.

ज़रूर पढ़ें