MP पुलिस के काम की बिहार पुलिस ने की तारीफ, टीम को को 50 हजार का इनाम दिया; लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के गुर्गे को किया था गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार भूपेंद्र सिंह ने साल 2017 में फरीदकोट जेल में अफीम के मामले में बंद था. इस दौरान भूपेंद्र ने लॉरेंस बिश्नोई से मुलाकात की थी. इसके बाद वह बिश्नोई गिरोह में शामिल हो गया और अवैध वसूली समेत कई अपराधों में शामिल रहा.
Rajesh Dandotiya, Additional DCP, Indore Crime Branch

इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल DCP राजेश डंडौतिया.

Bihar Police Praised MP police: मध्य प्रदेश पुलिस की बिहार पुलिस ने तारीफ की है. MP पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे भूपेंद्र सिंह को चार महीने पहले इंदौर में गिरफ्तार था. इसको लेकर बिहार की गोपालगंज पुलिस ने भूपेंद्र को पकड़ने वाली टीम को 50 हजार का इनाम घोषित किया है. इंदौर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने जानकारी देते हुए बताया कि एक दिसंबर 2024 को लसूड़िया पुलिस ने 1 दिसंबर 2024 को भूपेंद्र सिंह और उसके दो साथियों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था.

भूपेंद्र ने 2017 में लॉरेंस से की थी मुलाकात

पुलिस के अनुसार भूपेंद्र सिंह ने साल 2017 में फरीदकोट जेल में अफीम के मामले में बंद था. इस दौरान भूपेंद्र ने लॉरेंस बिश्नोई से मुलाकात की थी. इसके बाद वह बिश्नोई गिरोह में शामिल हो गया और अवैध वसूली समेत कई अपराधों में शामिल रहा.

इंदौर पुलिस ने चार महीने पहले लसूड़िया थाना क्षेत्र के बाईपास रोड पर भूपेंद्र सिंह और उसके साथियों आदेश चौधरी और दीपक सिंह रावत को पकड़ा था. आरोपियों के पास से पुलिस ने 3 पिस्टल और 6 कारतूस बरामद किए थे.

पाकिस्तान एजेंट के जरिए मगंवाता था हथियार

लारेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य भूपेंद्र सिंह गैंग के लिए हथियारों की सप्लाई करता था. भूपेंद्र पूछताछ के दौरान पाकिस्तानी एजेंट के जरिए भारत में अत्याधुनिक पिस्टल और ड्रग्स मंगवाने की बात कबूली थी. उसने मलेशिया और कनाडा में बैठे एजेंट के नंबर भी बताए थे. पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए लारेंस गैंग के सदस्य वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल (वीओआईपी) का इस्तेमाल करते हैं.

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