MP News: बीजेपी विधायक के ‘गृहयुद्ध’ वाले विवादित बयान पर सियासत गरमाई, कांग्रेस ने सरकार से मांगी सफाई

MP News: बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य के विवादित बयान भारत गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है. उनके इस बयान पर कांग्रेस ने सवाल उठा दिए है. कांग्रेस का कहना है कि यह चेतावनी है या पार्टी की अंदरूनी तैयारी का कोई इशारा है.
BJP MLA and Congress spokesperson

बीजेपी विधायक और कांग्रेस प्रवक्‍ता

MP News: बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य के भारत में भी गृहयुद्ध की स्थिति छिड़ सकती है वाले विवादित बयान पर सियासत गरमा गई है. विधायक के बयान को लेकर मध्‍य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्‍यक्ष कांग्रेस प्रवक्‍ता भूपेंद्र गुप्‍ता ने कहा कि पिछले 11 साल से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है. ऐसे में अगर देश में गृहयुद्ध जैसी परिस्थितियां बन रही हैं तो इसकी सफाई भाजपा सरकार को देनी चाहिए.

उन्होंने सवाल उठाया कि यह चेतावनी है या फिर किसी तैयारी की जानकारी जनता को दी जा रही है. उन्‍होंने आगे कहा कि पन्नालाल शाक्य जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि हैं और मध्य प्रदेश में भी भाजपा की सरकार पिछले 20 सालों से सत्ता में है. ऐसे में उनके बयान से यह सवाल खड़ा हो गया है कि वे देश को आगाह कर रहे हैं या फिर पार्टी की अंदरूनी रणनीति बता रहे हैं.

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विधायक के बयान पर पार्टी ने जताई असहमति

विधायक पन्नालाल शाक्य के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने असहमति जताई है और संभावित कार्रवाई का इशारा दिया है. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि पार्टी ऐसे किसी भी बयान के साथ सहमत नहीं है, क्योंकि यह पार्टी की लाइन के खिलाफ है. उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेतृत्व इस मामले पर अवश्य ध्यान देगा. आशीष अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक अद्वितीय लोकतंत्र के रूप में विश्व में स्थापित है, और पन्नालाल शाक्य का यह बयान पूरी तरह अस्वीकार्य है.

विधायक ने दिया था विवादित बयान

गुना में आयोजित राज्य स्तरीय 69वीं शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य ने एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की स्थिति बेहद गंभीर है और अब पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिकी हैं. विधायक ने यह भी कहा कि देश के 18 से 30 वर्ष के युवाओं को अनिवार्य रूप से सैन्य प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. क्‍योकि भारत में भी गृहयुद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने मंच से जिला कलेक्टर को निर्देश दिया था कि यह प्रस्ताव दिल्ली के गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय तक लिखित रूप में भेजा जाए.

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