MP में ‘झंडा जिहाद’ की साजिश! क्या मुस्लिम देशों से हो रही फंडिंग?

पुलिस के आला अधिकारियों को शक है कि देश का माहौल खराब करने के लिए मुस्लिम युवाओं को भड़काया जा रहा है और इसके लिए इस तरह के मजहबी झंडों और बैनरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
Poster of 'I Love Mohammed'.

'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर.

MP News: पूरे देश ने देखा कि किस तरह से ‘आई लव मोहम्मद’ के झंडे और बैनर लहराकर देश का माहौल अशांत करने की कोशिश की गई. ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर बैनर देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश की गली कूचों में नजर आने लगे. पोस्टर देखते ही जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए. पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि अचानक से इस तरह की मुहिम देश और प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कैसे शुरु हो गई. इससे पहले देखा गया कि फिलिस्तीन के झंडों को लेकर मुस्लिम युवाओं ने कई आंदोलन किए और पोस्टर बैनर लहराए. ऐसे में ये पोस्टर बैनर और झंडे पुलिस जांच के दायरे में आ गए हैं. पुलिस के आला अधिकारियों को शक है कि देश का माहौल खराब करने के लिए मुस्लिम युवाओं को भड़काया जा रहा है और इसके लिए इस तरह के मजहबी झंडों और बैनरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर पुलिस ने उतरवाए

मध्य प्रदेश में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर पुलिस ने उतरवा दिए. पुलिस जांच में सामने आया कि ना तो इस पोस्टर पर किसी संगठन का चिह्न है और ना मुद्रक की मुहर यानी ये बैनर पूरी तरह से अवैध हैं. छापने वाले ने अपनी पहचान सामने नहीं आने दी. यानी कि छापने वाला जानता है कि वो जो कर रहा है गैरकानूनी है. इस तरह के पोस्टर बैनर से मध्यप्रदेश के ही नहीं बल्कि देश के कई मुस्लिम मोहल्ले पाट दिए गए. ऐसे में ये पोस्टर पुलिस मुख्यालय की नजर में आ गए.

पुलिस मुख्यालय अब इन पोस्टर्स पर नजर रख रहा है. आईजी लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान सिंह के मुताबिक इस तरह के पोस्टर और बैनर पर नजर रखी जा रही है, जहां पर भी माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है वो हमारी नजर में है. प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर खतरा होगा तो फौरन ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.

एक्सपर्ट बोले- रजिस्टर्ड काम करने वाले इस तरह के झंडे नहीं छापते

इसे लेकर हमने एक्सपर्ट से बात की गई. 35 साल से झंडा-बैनर के कारोबार से जुड़े साक्षी अग्रवाल का कहना है कि वो इस तरह के झंडे नहीं छापते. साक्षी अग्रवाल तो यहां तक बताते हैं कि जो भी रजिस्टर्ड काम करने वाले प्रिंटर हैं, वो इस तरह के पोस्टर और बैनर नहीं छाप सकते क्योंकि नियम के हिसाब से उन्हें अपना नाम प्रिंटलाइन पर देना होता है. ऐसे में अवैध काम करना उनके बिजनेस के लिए खतरा है. साक्षी अग्रवाल का कहना है कि इस तरह के बैनर पोस्टर ऑनलाइन ऑर्डर पर लिए जा रहे हैं और प्रदेश के बाहर से आ रहे हैं.

कांग्रेस ने माहौल खराब करने का आरोप लगाया

इस मामले में कांग्रेस ने सरकार पर ही माहौल खराब करने के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज प्रवक्ता सिद्दीकी का कहना है कि मामला तब शुरू हुआ जब ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर पर एफआईआर हुई. क्या ‘आई लव मोहम्मद’ का पोस्टर गैरकानूनी है, फिर तो शिवरात्रि पर जय महाकाल के पोस्टर भी गैरकानूनी हैं. सरकार ही माहौल खराब करना चाहती है, ये क्रिया की प्रतिक्रिया है.

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विश्वास सारंग बोले- किसी को बख्शा नहीं जाएगा

वहीं मामले पर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस तरह की हरकत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. देश का माहौल खराब करने की जो भी कोशिश करेगा कानून उसको सबक सिखाएगा. कांग्रेस तो ऐसे लोगों का साथ देती है, कांग्रेस को आरोप लगाने का अधिकार नहीं है. ‘आई लव मोहम्मद’ जैसे पोस्टर माहौल बिगाड़ने के लिए लगाए जाएंगे तो पुलिस निश्चित ही कार्रवाई करेगी.

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सिमी जैसे खतरनाक कट्टरपंथी संगठन का गढ़ रहा है, समय-समय पर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से आतंकी वारदातों में शामिल आतंकियों को गिरफ्त में भी लिया गया है. ऐसे में प्रदेश का माहौल खराब ना हो ये पुलिस की जिम्मेदारी है. इसलिए अब पुलिस नजर रख रही है. ताकि प्रदेश में अशांति फैलाने वालों को वक्त रहते दुरुस्त किया जा सके.

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