MP News: प्रदेश से पहले बनेंगी जिला बीजेपी कार्यकारिणी, नए चेहरों को मिलेगा मौका
बीजेपी(फाइल फोटो)
MP News: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के चुने जाने के बाद अब संगठन का फोकस जिलों में नई टीम बनाने को लेकर है, इसके बाद ही खंडेलवाल प्रदेश में अपनी टीम बनाएंगे. जिलों में अध्यक्ष के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद जिला महामंत्री का माना जा रहा है. महामंत्री की दौड़ में 9 शामिल नेता जिलों से निकल कर भोपाल तक सक्रिय हो गए हैं, जो इस पद की दौड़ में हैं, वे अपने जिले के हैं.
जिलों में संगठन की टीम में जातीय संतुलन भी बड़ी चुनौती है. इसमें हर वर्ग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को साधना है. पार्टी के 62 जिलाध्यक्षों में से 30 सवर्ण वर्ग से हैं. जिनमें 16 ब्राह्मण, 7 राजपूत और बाकी वैश्य समाज से हैं. 25 अन्य पिछड़ा वर्ग और 7 अनुसूचित जाति-जनजाति से अध्यक्ष चुने गए हैं. 7 जिलों में महिला नेत्रियों को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. अब कार्यकारिणी में जातीय संतुलन भी बनाया जाएगा. विधायक और सांसद को भी साधने का काम कर रहे हैं.
जल्द शुरू होगी कार्यकारिणी समिति बनाने की प्रक्रिया
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब 62 जिलों में नई कार्यकारिणियों के गठन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. जिलों में नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर जिलों में अंदरूनी खींचतान भी तेज हो गई है. पुराने, नए और दूसरे दलों से आए नेताओं को एडजस्ट करने की चुनौती जिलाध्यक्षों के सामने है. जिलों के कई नेता संगठन में अपनी जगह पक्की करने के लिए सक्रिय है.
कांग्रेस से आए नेताओं का भी होगा एडजस्टमेंट
जिलाध्यक्षों के सामने टीम चयन को लेकर बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. पुराने कार्यकर्ता और नए शामिल हुए नेताओं और दूसरे दलों से आए नेताओं को शामिल करने की कोशिश में संतुलन साधना जरूरी हो गया है. जिला स्तर की टीमों में पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ-साथ नए और चुनाव से पहले भाजपा में आए नेताओं को भी जगह देने की मांग उठ रही है. जिले में उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री सहित मोर्चा व प्रकोष्ठों में शामिल होने के लिए कई नेता पैरवी में लगे हैं. हालांकि सबसे ज्यादा जोर अजमाईश महामंत्री के पद को लेकर है.
ऐसी होगी जिला कार्यकारिणी
जिला समिति में अध्यक्ष के साथ 8 उपाध्यक्ष होंगे. साथ ही 3 महामंत्री होंगे. कार्यकारिणी में सचिव की संख्या 8 होगी, कोषाध्यक्ष का एक पद भी रहेगा.वहीं 20 लोगों की कार्यकारिणी में 7 महिलाएं और 2 अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को शामिल करना अनिवार्य रहेगा. जिले में 30 कार्यसमिति सदस्य बनाए जा सकेंगे.