Jabalpur: करंट लगने से भाई-बहन की मौत, एक गंभीर; जानवरों को भगाने गए थे तीनों बच्चे, शिकायत के बाद भी नहीं हटाई गई लाइन

सुरैया टोला गांव के लोगों का आरोप है कि बिजली विभाग से हाईटेंशन लाइन तार को हटाने की मांग की गई थी. लेकिन विभाग ने नहीं हटाया, बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बच्चों की मौत हुई है.
Two children died due to electric shock in Jabalpur. After the death of the children, the villagers created a ruckus.

जबलुपर में करंट लगने से 2 बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया.

Jabalpur Two Children dead: जबलपुर में तीन बच्चे 11 KV लाइन की चपेट में आ गए. जिसमें भाई-बहन की मौत हो गई. जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से झुलस गए. तीनों बच्चे खेत से मवेशियों को भगाने गए थे. इसी दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई. वहीं बच्चों की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत के बाद भी हाईटेंशन लाइन को नहीं हटाया गया.

ये भी पढे़ं: Bhopal: सौरभ शर्मा की मां पर भी FIR; अनुकंपा नियुक्ति के लिए झूठा एफिडेविट दिया था, मामले में जांच करने वाली एजेंसियों की संख्या 5 हुई

विस्तार से जानिए क्या है पूरा मामला

पूरा मामला जबलपुर के सुरैया टोला गांव का है. सुबह करीब 8 बजे तीन बच्चे देव (12), पूजा (10) और दिलीप (12) खेत से मवेशियों को भगाने गए थे. इस दौरान बच्चे जमीन पर पड़े हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए. जिसमें भाई-बहन देव और पूजा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दिलीप को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर्स ने घायल को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.

JE और लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग

बच्चों की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शवों को पाटन-शहपुरा रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद बिजली विभाग ने तार नहीं हटाए थे, जिसके कारण बच्चों की मौत हुई है. ग्रामीणों ने पाटन में तैनात JE और लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों को किसी तरह समझाबुझाकर बच्चों का अंतिम संस्कार करवाया.

4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि

जिला प्रशासन ने बिजली विभाग की तरफ से मृत बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायतादेने का ऐलान किया है. साथ ही पाटन SDM ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. साथ ही लापरवाही करने वाले बिजली विभाग के कर्मचारियों पर केस भी दर्ज किया जाएगा.

ज़रूर पढ़ें