Madhya Pradesh के सरकारी स्कूल में ‘भाड़े’ के शिक्षक, खुली पोल तो नाराज हुए टीचर्स और कर दिया रिजाइन, जानें मामला

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक सरकारी स्कूल में किराए के शिक्षकों का भंडाफोड़ हुआ है. मामला सामने आने के बाद के कलेक्टर ने 8 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की. इससे नाराज होकर 13 शिक्षकों ने रिजाइन कर दिया. जानें पूरा मामला-
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सरकारी स्कूल में 'भाड़े' के शिक्षक!

Madhya Pradesh: सागर जिले के खुरई में एक सरकारी स्कूल में ‘भाड़े’ यानी किराए के शिक्षकों के होने का खुलासा हुआ है. यहां स्कूल के शिक्षक अपना काम दूसरे लोगों के करा रहा थे. जैसे ही इस बात की जानकारी लगी तो कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए 8 शिक्षकों को निलंबित कर दिया. इस एक्शन के बाद बवाल मच गया है. निलंबित 8 शिक्षकों के समर्थन में दूसरे 13 टीचर्स ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है.

‘भाड़े के शिक्षक’

मामला सागर जिले के खुरई का है. यहां एक स्कूल में 3000 से 7000 रुपए देकर शिक्षकों द्वारा अपना काम दूसरों से कराने का खुलासा हुआ था. शिकयत मिलने के बाद कलेक्टर ने इस मामले में पांच शिक्षक और 3 जनशिक्षक को निलंबित कर दिया था. साथ ही उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने के भी दिए थे. इस एक्शन के खिलाफ दूसरे शिक्षक निलंबित शिक्षकों के सर्मथन में उतर आए.

13 शिक्षकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

जानकारी के मुताबिक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जब निलंबित जनशिक्षक और अन्य शिक्षकों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचे तो अन्य शिक्षक भी थाने पहुंच गए. यहां उन्होंने FIR दर्ज कराए जाने का विरोध किया.  शिक्षकों का कहना है कि जनशिक्षक भोलाराम अहिरवार अपना कर्तव्य पूरे इमानदारी से करते हैं. उनके ऊपर निलंबन की कार्रवाई के साथ FIR दर्ज कराना उचित नहीं है.  इस दौरान खुरई ब्लॉक शिक्षा केंद्र में पदस्थ 13 शिक्षकों ने सामूहिक तौर पर इस्तीफा भी जिला परियोजना समन्वयक को सौंपा.

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8 लोग निलंबित

कलेक्टर संदीप जी आर ने किराए के शिक्षक के मामले में कुल लोगों के खिलाफ एक्शन लिया है. इनमें 5 शिक्षक और 3 जनशिक्षक शामिल हैं, जिनको निलंबित कर दिया गया है. साथ ही इन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. शिक्षकों के विरोध के बाद मामले की जांच की जा रही है.

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