‘देख रहा है ना विनोद…अब फुलेरा में भी पासपोर्ट बनेगा…’, ‘पंचायत’ के डायलॉग के साथ गांव पहुंची मोबाइल पासपोर्ट वैन

वैन महोडिया गांव पहुंची, ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई. गांव की गलियों में वैन घूमती हुई पंचायत ऑफिस के पास आकर रुकी.
Mobile Passport Van

मोबाइल पासपोर्ट सेवा वैन

देशभर-दुनियां में अपनी सादगी और ग्राम पंचायत की कहानियों के लिए मशहूर फुलेरा गांव, जिसे दर्शक लोकप्रिय वेब सीरीज ‘पंचायत’ में देखते आए हैं, एक बार फिर सुर्खियों में है. असल में यह फुलेरा गांव मध्य प्रदेश के सीहोर जिले का महोडिया गांव है, जहां अब विदेश मंत्रालय की मोबाइल पासपोर्ट सेवा वैन पहुंच चुकी है.

ग्राम पंचायत में आई पासपोर्ट मोबाइल वैन

इस पहल को मंत्रालय ने बेहद दिलचस्प तरीके से सोशल मीडिया पर पेश किया. मंत्रालय ने सीरीज के मशहूर डायलॉग को नया रूप देते हुए लिखा – “देख रहा है ना विनोद… पासपोर्ट मोबाइल वैन अब गांव वालों के लिए आ चुकी है. हां भैया, अब गांव वालों का पासपोर्ट यहीं से बन जाएगा.” साथ ही एक वीडियो भी साझा किया गया जिसमें महोडिया गांव की गलियों में यह वैन घूमती हुई नजर आई.

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शीतांशु चौरासिया ने हाल ही में भोपाल से इस वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य मध्य प्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों तक पासपोर्ट सेवा पहुंचाना है, ताकि अब गांव के लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए शहरों के चक्कर न लगाने पड़ें.

वैन देख ग्रामीणों में दौड़ गई खुशी की लहर

जैसे ही यह वैन महोडिया गांव पहुंची, ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई. गांव की गलियों में वैन घूमती हुई पंचायत ऑफिस के पास आकर रुकी. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो गया और ‘फुलेरा’ एक बार फिर ट्रेंड में आ गया. लोग मज़ाकिया अंदाज़ में कह रहे हैं – ”अब ग्राम पंचायत के लोग भी विदेश यात्रा करेंगे.”

इस वैन में पासपोर्ट आवेदन की सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं – जैसे डॉक्यूमेंट स्कैनिंग, डिजिटल हस्ताक्षर, फोटो कैप्चर, ऑन-साइट वेरिफिकेशन और बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन.

गौरतलब है कि पंचायत वेब सीरीज के चारों सीजन इसी महोडिया गांव में शूट हुए हैं और जल्द ही पांचवें सीजन की शूटिंग भी यहां शुरू होने की संभावना है. अब इस गांव की पहचान सिर्फ ‘फुलेरा’ के नाम से ही नहीं, बल्कि ‘पासपोर्ट गांव’ के तौर पर भी बन रही है.

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